गुर्जर गौरव यात्रा में फहराया गया सम्राट मिहिर भोज का बैनर, पुलिस ने रोकी यात्रा
दौसा। दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे में रविवार को गुर्जर गौरव यात्रा निकाली गई। यात्रा में बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग शामिल थे। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने 350 पुलिसकर्मी यात्रा के दौरान तैनात किए। आसपास के क्षेत्र से एसडीएम और डीएसपी भी यात्रा के लिए लगाए गए। गुर्जर गौरव यात्रा बांदीकुई के मुकरपुरा बाइपास से शुरू हुई। इस दौरान यात्रा में सम्राट मिहिर भोज के बैनर दिखाने पर प्रशासन ने कुछ देर के लिए यात्रा को रोक दिया। बाद में बैनर हटाने पर प्रशासन ने यात्रा को आगे बढ़ने की अनुमति दी। सम्राट मिहिर भोज के बैनर दिखाने पर यात्रा को पुलिसकर्मियों ने कुछ देर रुकवा दिया था। बैनर हटाने के बाद फिर से यात्रा शुरू करवा दी गई। इस दौरान यात्रा शहर के गुड़ा रोड, बसवा रोड, राज बाजार, आगरा रेलवे फाटक, सिकंदरा रोड होते हुए गुजरी I गुर्जर समाज के लोग भगवान देवनारायण के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। यात्रा के दौरान बाजार में ट्रैफिक भी जाम हो गया।
सुरक्षा की दृष्टि से एएसपी बजरंग सिंह शेखावत, बांदीकुई डिप्टी एसपी ईश्वर सिंह, मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा, बांदीकुई एसडीएम नीरज मीना, बसवा एसडीएम नवनीत कुमार के अलावा बांदीकुई, बसवा, बैजूपाड़ा, महुआ, मंडावर, कोलवा, मेहंदीपुर बालाजी सहित आसपास के क्षेत्र से पुलिस जाब्ता यात्रा के दौरान तैनात किया गया। यात्रा का शहर में कई जगह स्वागत भी हुआ। सम्राट मिहिर भोज को लेकर गुर्जर और राजपूत समाज अपना अपना दावा करता है। गुर्जर इन्हें अपना पूर्वज बताते हैं जबकि राजपूत अपना। ऐसे में यह विवाद यूपी, मध्यप्रदेश और हरियाणा तक चर्चाओं में रहा। राजस्थान में इसे लेकर गुर्जर व राजपूत समाज के दावे हैं। यही वजह है कि गुर्जर समाज की गौरव यात्रा में जब सम्राट मिहिर भोज के गुर्जर सम्राट के पोस्टर लहराए गए तो पुलिस सकते में आ गई। तुरंत पोस्टर हटाने की अपील की गई। इस पर पोस्टर हटा लिया गया और यात्रा आगे बढ़ी।