Shimla: शिमला। राजधानी शिमला में कांग्रेस के विधायक हैं। सरकार बनने के बाद यहां नगर निगम भी कांग्रेस का है। यानी मेयर, डिप्टी मेयर भी अपने हैं। सबसे जयादा पार्षद हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव Lok Sabha Elections में लीड मिली भाजपा को। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का दावा था कि शिमला शहर से कांग्रेस उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी को लीड मिलेगी। इसके लिए लगातार कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता बैठक भी करते रहे। शिमला शहर की बात करे तो यहां पर विधायक हरीश जनारथा स्वयं लोगों के घर-घर जाकर सुल्तानपुरी के लिए वोट मांगे थे। इसके अलावा कांग्रेस शासित नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान को चुनाव के दौरान पैर में चोट भी लगी थी, लेकिन फिर भी वह मतदान मांगने के लिए लोगों के बीच जाते रहे और सिमपैंथी वोट बटौरने की कोशिश करते रहे, लेकिन अब इन्हें भी निराशा ही हाथ लगी।
बता दें कि शिमला शहरी विधानसभा की मतगणना पोर्टमोर स्कूल में सुबह आठ बजे से शुरू हो गई थी और 8:30 बजे पहला रूझान आ गया। इस रूझान में सुरेश कश्यप को 949 वोट मिले और विनोद सुल्तानपुरी को 996 वोट मिले यानी पहले राउंड में कांग्रेस के उम्मीदवार लीड पर थे। उसके बाद करीब 9:15 पर दूसरा राउंड घोषित किया गया तो उसमें सुरेश कश्यप को 1831 वोट और विनोद सुल्तानपुरी को 1396 वोट मिले। यानी दूसरे राउंड से कांग्रेस के उम्मीदवार पीछे हो गए जो लगातार अंतिम 12वें राउंड तक पिछड़ते ही गए। कुल मिलकार कांग्रेस के उम्मीदवार को शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से मात्र 15804 मतदान ही हुए हैं, लेकिन भाजपा के उम्मीदवार सुरेश कश्यप को शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से 3934 की लीड मिली है और 19738 मतदान मिले हैं। यानी शिमला शहर से एकमत सिर्फ भारतीय जनता पार्टी को ही चुनाव हुआ है।