CM पद जाने से एकनाथ शिंदे नाराज, अमित शाह कर सकते है नाम की घोषणा!
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Maharashtra. महाराष्ट्र। महायुति में सीएम पद को लेकर सबकुछ ठीक नहीं है. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे नाराज हो गए हैं. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. सीएम पद बीजेपी की तरफ जाने से शिंदे की नाराजगी सामने आई है. सूत्रों की मानें तो अमित शाह मुंबई में सीएम पद के नाम का ऐलान कर सकते हैं. बीजेपी का सीएम तय माना जा रहा है. दावा ये भी है कि एकनाथ शिंदे कोई बड़ा फैसला भी ले सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि डिप्टी सीएम का पद वो नहीं चाहते हैं. सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे लगातार बीजेपी के संपर्क में हैं. उन्हें भी दिल्ली बुलाया जा सकता है. उनकी नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी केंद्र में बीजेपी के दो सीनियर नेताओं की होगी।
सीएम की रेस में बीजेपी की तरफ से देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे है. अजित पवार को भी बीजेपी के सीएम से कोई दिक्कत नहीं है. सूत्रों की मानें तो अजित पवार ने दिल्ली में बीजेपी आलाकमान को अपना संदेश पहुंचा दिया है कि अगर महाराष्ट्र में बीजेपी का सीएम होता है तो उन्हें समस्या नहीं होगी. सोमवार को फडणवीस दिल्ली में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं. उनकी मुलाकात बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से हो सकती है. शिंदे गुट के समर्थक चाहते हैं कि एक बार फिर से उनके नेता को ही सीएम पद की कुर्सी पर बैठाया जाए. शिवसेना के नेता नरेश महस्के ने तो यहां तक कह दिया कि बिहार वाले फॉर्मूले को अपनाते हुए एकनाथ शिंदे को ही मुख्यमंत्री पद सौंपा जाना चाहिए. महस्के ने कहा कि बिहार में बीजेपी की सीटें जेडीयू से ज्यादा है लेकिन इसके बावजूद भी वहां पार्टी ने नीतीश कुमार को राज्य के मुखिया की कमान सौंपी हुई है।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर एकनाथ शिंदे की शिव सेना के दावे से बीजेपी नाराज हो गई है। बीजेपी के मैनिफेस्टो कमेटी के प्रमुख और पूर्व सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने शिंदे सेना को आईना दिखाया है। सहस्त्रबुद्धे ने साफ लफ्जों में कह दिया कि दबाव बनाने से कोई फायदा नहीं होगा। मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी झुकने वाली नहीं है। के पूर्व सांसद ने कहा, 'दबाव बनाने की कोशिश कोई कर रहा है तो दबाव बनेगा नहीं। दबाव तब बनता है, जब कोई दबने वाला हो। यहां कोई दबने वाला नहीं है। महाराष्ट्र की जनता ने आंकड़ों के आधार पर बता दिया है की सीएम कौन बनेगा?' इसके साथ ही बीजेपी के पूर्व सांसद ने कहा, 'अब दबाव, कुर्बानी इन शब्दों का कोई मतलब नहीं है। जो भी फैसला लिया जाएगा सामंजस्य के आधार पर लिया जाएगा। सक्षम और अनुभवी नेतृत्व में सरकार बनेगी।' बीजेपी