ED की छापेमार कार्रवाई, मिले कहीं अहम सुराग

Update: 2022-12-01 14:56 GMT
मुंबई: महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी समझे जाने वाले शहर नागपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों ने गुरुवार (1 दिसंबर) को छापेमारियां की. यह छापेमारी नागपुर के चार अलग-अलग ठिकानों पर की गई. सुपारी व्यापारियों के ठिकानों पर सुबह छह बजे से ही ईडी की छापेमारी शुरू हो गईं. इन छापेमारियों में शामिल इडी अधिकारियों को इसके सुराग मिले थे कि सुपारी व्यापार की आड़ में हवाला के पैसों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इन छापेमारियों को बीस से ज्यादा अधिकारियों ने अंजाम दिया. खास तौर से यह रेड्स नागपुर के इतवारी और मस्कासाथ इलाकों में की गई.
जिन व्यापारियों के खिलाफ छापेमारियों को अंजाम दिया गया उनमें मस्कासाथ इलाके के गोयल ट्रेडर्स भी शामिल हैं. सीआरपीएफ जवानों की कड़ी सुरक्षा में इस छापेमारी को अंजाम दिया गया. नागपुर मध्य भारत का सबसे बड़ा सुपारी बिक्री का केंद्र है. यह देश के बड़े-बड़े सुपारी व्यापारियों का गढ़ है. ईडी अधिकारियों को यह शक है कि सुपारी के व्यापार में बड़े पैमाने पर हवाला का पैसा इस्तेमाल में लाया जा रहा है. इन छापेमारियों में कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
नागपुर कच्ची सुपारियों की बिक्री का बहुत बड़ा हब है. यहां सुपारी व्यापार से जुड़े बड़े-बड़े व्यापारियों का कारोबार है. इन्हीं में से कुछ व्यापारियों के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारियां कीं. जिन व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारियां हुई हैं उनमें प्रकाश गोयल, आसिफ कलीवाला, हेमंत कुमार गुलाबचंद, वसीम बावला, दिग्विजय ट्रांसपोर्ट के हिमांशू भद्रा के नाम शामिल हैं.
जिन चार ठिकानों में छापेमारियां की गई हैं उनसे जुड़े 18 घरों और कार्यालयों में छापेमारी को अँजाम दिया गया है. ईडी के नागपुर विभाग की इस कार्रवाई में कुल 130 अधिकारियों ने भाग लिया. इनके अलावा सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया ताकि किसी भी संभावित अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए या फिर छापेमारी की कार्रवाइयों में अड़ंगा डाले जाने की स्थिति में उन रुकावटों को दूर करने के लिए काफी तादाद में सीआपीएफ के जवानों को भी लाया गया. यह कार्रवाई तड़के सुबह ही शुरू हो गई और दिन भर चली. फिलहाल ईडी अधिकारी जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच कर रही है.
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