ईडी ने मंत्री के सहयोगी से जुड़े परिसरों पर मारे छापे, नकदी और कीमती सामान जब्त
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में जेल में बंद तमिलनाडु के मंत्री टी. सेंथिल बालाजी के एक करीबी सहयोगी से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की। इस दौरान ईडी ने 22 लाख रुपये नकद, 16.6 लाख रुपये मूल्य का कीमती सामान और 60 बेनामी संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज जब्त किए। यह जानकारी ईडी ने शनिवार को दी।
एसटी समिनाथन से जुड़े नौ स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। सेंथिल बालाजी को नौकरी के बदले नकदी घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। वह वर्तमान में जेल में बंद हैं। ईडी ने घोटाले से संबंधित चेन्नई में केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) द्वारा दर्ज तीन एफआईआर के आधार पर पीएमएलए जांच शुरू की थी। जांच के दौरान, खुफिया सूचनाओं से संकेत मिला कि समिनाथन के पास आपत्तिजनक दस्तावेज, अपराध से प्राप्त आय थी और उसने उन्हें छिपाने का प्रयास किया था। ईडी ने कहा कि नतीजतन, उसके परिसरों पर छापेमारी की गई।
तलाशी के दौरान पता चला कि समिनाथन की एक रिश्तेदार शांति (सिस्टर-इन-लॉ) समिनाथन की बेनामी के रूप में काम कर रही है और उसे दस्तावेजों एवं कीमती सामान से भरे बैग ले जाते देखा गया था। परिणामस्वरूप, जांच टीमों ने शांति के परिसर को कवर किया। अधिकारी ने कहा कि शांति उस स्थान पर मौजूद नहीं थी। सीसीटीवी फुटेज की आगे की जांच से पता चला कि बैग ड्राइवर थिरु शिवा को सौंप दिए गए थे। जब शिवा के घर की तलाशी ली गई, तो वह पहले ही फरार हो चुका था। शांति के घर की तलाशी के बारे में सुनकर उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया।
ईडी ने कहा कि शिवा के आवास पर तलाशी के दौरान 22 लाख रुपये की नकदी और 16.6 लाख रुपये के बेहिसाब कीमती सामान के साथ-साथ 60 भूमि पार्सल के अस्पष्ट संपत्ति दस्तावेज मिले। शांति, जोकि एक गृहिणी है, ने सहयोग नहीं किया और तलाशी कार्रवाई में भाग नहीं लिया। ईडी की जांच में पता चला कि उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं है। शिवा ने अपने बयान में स्वीकार किया कि शांति ने उसे बैग इस डर से दिए थे कि आपत्तिजनक विवरण उजागर हो जाएंगे।
एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि चल रही जांच के आधार पर, ऐसा प्रतीत होता है कि जब्त की गई संपत्ति और नकदी समिनाथन की है। मामले की आगे की जांच जारी है।