ED की छापेमारी जारी, शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में एक और कंपनी पर शिंकजा
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. ED ने बुधवार को अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट और एक कंपनी के ऑफिस पर छापा मारा है. सूत्रों के मुताबिक यह छापा ईडी को हासिल हुई काली डायरी से मिली जानकारी के आधार पर मारा गया है.
दरअसल, ईडी को पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां छापे के दौरान एक काली डायरी हाथ लगी थी. माना जा रहा है कि इस डायरी में काफी अहम जानकारी है. इस डायरी से कई खुलासे हुए हैं. ईडी ने पार्थ के घर से मिलीं पर्चियों के बाद अर्पिता मुखर्जी के यहां से करीब 21 करोड़ रुपए कैश और कई जरूरी दस्तावेज बरामद किए थे.
सूत्रों के मुताबिक, जो काली डायरी मिली है, वह बंगाल सरकार के Department of Higher And School Education की है. इस डायरी में 40 पन्ने ऐसे हैं, जिनमें काफी कुछ लिखा हुआ है.
पार्थ के घर से प्रवर्तन निदेशालय (ED) को कई अहम दस्तावेज मिले हैं. जांच एजेंसी ने बताया कि मंत्री के घर से क्लास सी और क्लास डी सेवाओं में भर्ती के उम्मीदवारों से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. सबूतों से पता चलता है कि पार्थ चटर्जी सक्रिय रूप से ग्रुप डी के कर्मचारियों की नियुक्ति में शामिल हैं. उनके घर से ग्रुप डी उम्मीदवारों की लिस्ट, क्षेत्रीय स्तर चयन परीक्षा का प्रवेश पत्र, 2016 के समापति ठाकुर नामक उम्मीदवार का गैर-शिक्षण स्टाफ (ग्रुप डी) के लिए एप्लीकेशन, रोल नंबर के साथ उच्च प्राथमिक शिक्षक पद के लिए 48 उम्मीदवारों की सूची भी मिली है.