उत्तर प्रदेश. बिजनौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. सोमवार की सुबह आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 मापी गई है. इसका केंद्र जमीन के अंदर 10 किमी गहराई में बताया गया है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, बिजनौर में आज सुबह 4 बजकर 33 सेकेंड पर भूकंप के झटके लगे थे. इसका केंद्र बिजनौर में ही 10 किमी गहराई में था. इससे पहले रविवार को सुबह करीब 11 बजे मध्य प्रदेश के जबलपुर में भूकंप के महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 दर्ज की गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया था कि भूकंप के झटके पचमढ़ी से 218 किमी दूर महसूस किए गए. इस भूकंप में किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं आई थी.
इससे पहले शुक्रवार देर रात अंडमान और निकोबार में भूकंप के झटके महसूस हुए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई थी. NCS के मुताबिक, शुक्रवार को पोर्टब्लेयर में रात करीब 11:56 मिनट पर धरती हिली थी. धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं. रगड़ती हैं. एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है. इसे ही भूकंप कहते हैं. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं. जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं.
रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है. भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से नापा जाता है. यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है. 1 यानी कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है. 9 यानी सबसे ज्यादा. बेहद भयावह और तबाही वाली लहर. ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती हैं. अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है.