सीकर। सीकर शराब के नशे में चार युवकों ने सड़क किनारे खड़ी कार पर हमला बोल दिया। युवक कार को लाठी- डंडों से तोड़कर फरार हो गए l आसपास घूम रहे लोगों ने वारदात को मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया l घटना सीकर के नवलगढ़ रोड़ स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल के पास की है l कार ड्राइवर बाबूलाल चौधरी (30) निवासी कुचामन सिटी, नागौर ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ अपने बच्चों को नागौर से सीकर के मैट्रिक्स इंस्टिट्यूट में छोड़ने आया था l बच्चे मैट्रिक्स इंस्टिट्यूट में स्टडी करते हैं l उन्होंने बच्चों को मैट्रिक्स इंस्टिट्यूट में छोड़ दिया और सीकर शहर की ओर जा रहे थे l इस दौरान वह नवलगढ़ रोड पर टैगोर स्कूल के पास चाय चाय पीने के लिए रुके और एक चाय की दुकान में चले गए। बाबूलाल ने कार को सड़क के किनारे खड़ी कर दी। इस दौरान अचानक से कार के पास चार युवक आए और कार पर लाठी- डंडों से हमला करना शुरू कर दिया। युवक शराब के नशे में थे l युवकों ने कार को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया l युवकों को गाड़ी के शीशे तोड़ते हुए देखकर आस- पास के लोग व बाबूलाल भी दुकान से बाहर आ गया। भीड़ को देखकर तीन आरोपी मौके से भाग गए जबकि एक युवक शराब के नशे में लड़खड़ाता हुआ वहीं खड़ा रहा जिसे लोगों ने पकड़ लिया।
बाबूलाल ने घटना की सूचना पुलिस को दी जिसके उद्योग नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस पकड़े गए एक आरोपी को गिरफ्तार कर थाने ले गई। फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपी से गहनता से पूछताछ करने में जुटी है। वहीं बाबूलाल का कहना है कि वह आरोपियों को नहीं जानता और ना ही उसकी किसी के साथ दुश्मनी है। मनियार समाज कल्याण बोर्ड के गठन की मांग को लेकर मनियार समाज के अनेक लोगों ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को नवलगढ़ रोड स्थित उनके आवास पर ज्ञापन सौंपा और बोर्ड के गठन की मांग उठाई। एडवोकेट जीएम मुगल ने कहा कि राजस्थान के सभी जिलों में समाज के लोग बड़ी तादाद में रहते हैं जिनको लखारा मनियार और मनियार नाम से जाना व पहचाना जाता है। इनका मुख्य व्यवसाय लाख की चूड़ियों का निर्माण करना और व्यापार करना है। समाज के लोग शेखावाटी, बीकानेर, कोटा और जयपुर सहित देश के अलग-अलग कोने में बड़ी तादाद में निवास और व्यापार करते हैं। इनकी आबादी करीब 17 लाख है। मुगल ने कहा कि मनियार समाज की आर्थिक व सामाजिक स्थिति काफी कमजोर है जिसके चलते समाज के लोगों को अपना जीवन-यापन करने में काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस पारंपरिक काम को बचाने के लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है ताकि सामाज के लोगों को आर्थिक संबल मिले। इसलिए जल्द से जल्द मनियार समाज कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए।