वैक्सीन से हुई डॉक्टर बेटी की मौत, पिता ने किया दावा

अब पहुंचा हाईकोर्ट

Update: 2022-02-02 06:22 GMT

मुंबई। कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccination) से डॉक्टर बेटी की मौत होने का दावा करते हुए एक पिता ने मुंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) से 1000 करोड़ की नुकसान भरपाई करवाने की मांग की है. पिता का दावा है कि उनकी बेटी की मौत वैक्सीन के साइड इफेक्ट (Corona Vaccine Side Effect) से हुई है. उनका दावा है कि उनकी बेटी के शरीर पर कोविशील्ड वैक्सीन का साइड इफेक्ट हुआ और उसकी मौत हो गई. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रहने वाले दिलीप लुनावत नाम के इस पीड़ित पिता द्वारा बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर की गई याचिका के मुताबिक उनकी बेटी स्नेहा लुनावत मेडिकल की स्टूडेंट थी. उसे कहा गया था कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और इससे शरीर पर कोई गलत प्रभाव नहीं होता है. इस वजह से खुद एक स्वास्थ्यकर्मी होने के नाते उसने अपने कॉलेज में वैक्सीन की डोज ली. लेकिन वैक्सीन की डोज लेने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई और आखिर में उसकी मौत हो गई.

नासिक के मेडिकल कॉलेज की मेडिकल स्टूडेंट स्नेहा लुनावत के पिता के मुताबिक उनकी बेटी ने 28 जनवरी 2021 को कोविशील्ड वैक्सीन की डोज ली और 1 मार्च को उसकी मौत हो गई. पीड़ित पिता के मुताबिक उनकी बेटी की मौत केंद्र सरकार, राज्य सरकार और वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट की गलती की वजह से हुई है. इसलिए कोर्ट उनकी नुकसान भरपाई के तौर पर एक हजार करोड़ रुपए देने का सीरम इंस्टीट्यूट को निर्देश दे.

उन्होंने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) और एम्स ने वैक्सीन का साइड इफेक्ट ना होने की गलत जानकारी दी और राज्य सरकार ने भी इसकी जांच किए बिना वैक्सीन उपलब्ध करवाया. उन्होंने यह भी कहा है कि अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए और अन्य लोगों की जान बचाने के लिए वे यह याचिका दायर कर रहे हैं. उनकी मांग है कि सरकार यह स्वीकार करे कि उनकी बेटी को गलत जानकारी देकर वैक्सीन दी गई.


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