डॉक्टर भी फंसे पेपर लीक मामले में, खुलासा होते ही फरार

ढूंढ रही STF के जवान

Update: 2024-04-06 01:24 GMT

यूपी। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा और आरओ-एआरओ परीक्षा में पेपर लीक कराने के आरोपी राजीव मिश्रा ने एसटीएफ के सामने कई खुलासे किए हैं। पूछताछ में उसने बताया कि डॉक्टर शरत के लिए बीडीएस परीक्षा के पेपर भी आउट कराए थे। इसके अलावा भी उसे कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर दिए थे। शुक्रवार को राजीव मिश्रा की निशानदेही पर लखनऊ में एसटीएफ ने अमित सिंह को भी दबोच लिया। अब एसटीएफ को रवि अत्रि, डॉक्टर शरत सिंह और विक्रम पहल की तलाश है।

एसटीएफ ने दो दिन पहले राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार किया था। राजीव से पूछताछ में कई खुलासे हुए। एसटीएफ अधिकारियों ने खुलासा किया है कि राजीव नयन मिश्रा और डॉक्टर शरत सिंह दोनों का परिचय करीब पांच साल पहले प्रयागराज में हुआ था। 2019 में अतुल और डॉ शरत प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक कराने के लिए राजीव नयन मिश्रा से मिले थे। राजीव ने बताया कि एक नर्सिंग कॉलेज के पेपर के लिए दोनों मिले थे। इसी दौरान डॉक्टर शरत से मुलाकात हुई और उसने रवि अत्रि से मिलवाया था। राजीव नयन ने खुलासा किया कि उसने डॉक्टर शरत के कहने पर बीडीएस परीक्षा का पेपर भी लीक कराया था और डॉक्टर शरत को दिया था। डॉक्टर शरत को नर्सिंग संबंधित पेपर भी उपलब्ध कराए थे।

राजीव ने खुलासा किया कि डॉ शरत के कहने पर नीट और एमबीबीएस का पेपर भी लीक कराना था, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद बाकी प्रतियोगी परीक्षाओं में सेंधमारी कराई थी। एक पेपर लीक कराने के लिए 20 से 30 लाख रुपये खर्च किए थे।

अमित सिंह को मेरठ के कंकरखेड़ा पुलिस ने पिछले साल गिरफ्तार किया था। आरोपी ने सीटेट का पेपर आउट कराया था और इसके बाद उसे पकड़ा गया था। आरओ-एआरओ परीक्षा में भी पेपर लीक कराया था।

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