केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की रिपोर्ट में खुलासा

Update: 2024-05-18 09:49 GMT
बीबीएन। केद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की जांच में देश के विभिन्न राज्यों में निर्मित 50 दवाएं सब-स्टैंडर्ड पाई गई है। सीडीएससीओ द्वारा जारी अप्रैल माह के ड्रग अर्लट की फेहरिस्त में हिमाचल के सात दवा उद्योग भी शामिल है, जिनमें निर्मित दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतर पाई है। जो दवाएं सबस्टैंडर्ड पाई गई है उनमें जीवाणु संक्रमण, उच्च रक्तचाप, सूखी खांसी, अ लता और रक्त जमाव जैसी सामान्य बीमारियों के उपचार की दवाए शामिल हैं। प्रदेश में बनी दवाओं में सेफिक्सिम डिस्पर्सिबल टैबलेट, कार्वेडिलोल, नियोस्टिग्माइन मेह्टीसल्फेट इंजेक्शन, एक्सएल ड्राई-डी कैप्सूल, स्टोमकूल डीएसआर कैप्सूल, टेल्मिसर्टन टैबलेट और यूकोइड-ए टैबलेट शामिल हैं। सीडीएससीओ दवारा जारी अप्रैल माह के ड्रग अलर्ट में खुलासा हुआ है की इन दवाओं का निर्माण बद्दी, कालाअंब, मैहतपुर और नालागढ़ स्थित दवा उद्योगों में हुआ है। मसलन उतराखंड़, गुजरात, कर्नाटक, कोलकाता, असम, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्यप्रदेश के दवा उद्योगों में निर्मित 43 दवाओं के सैंपल भी जांच में फेल हो गए है।
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