इस गांव पर आपदा की मार, आशियाने गंवाने के बाद टैंटों में रहने को मजबूर 12 परिवार
पंडोह। मंडी जिला के अंतर्गत आती ग्राम पंचायत हटौण के डंगेहड़ गांव में 14 अगस्त को हुई भारी बारिश के कारण कुछ घर गिर गए थे और कुछ घर गिरने की कगार पर हैं। आलम यह है कि कुछ लोग अपने आशियाने गंवाने के बाद टैंटों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं और दुख इस बात का है कि प्रशासन द्वारा उनकी अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई। प्रभावित भुवनेश्वर सिंह ने बताया कि उनका पुराना मकान पहाड़ी धंसने के कारण आए मलबे में दब गया है और अब रहने के लिए उनके पास कोई भी व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा जो नया मकान बनाया था वह भी मलबे के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है।
भुवनेश्वर ने बताया कि जिस दिन आपदा आई थी उससे 2 दिन पहले ही पिता का देहांत हुआ था। मातम में डूबे परिवार पर आपदा की मार पड़ी है और मजबूरी में वे टैंट लगाकर रह रहे हैं। इसके अलावा यहां के गोबिंद राम के घर को भी भारी नुक्सान हुआ है तथा करीब 12 ऐसे घर हैं जिनके आसपास जमीन धंस गई है और घरों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं। भुवनेश्वर सिंह ने बताया कि आपदा के बाद आज दिन तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने मौके पर आकर हमारी स्थिति को जानने की कोशिश नहीं की। एक बार पटवारी थोड़ा सा राशन लेकर जरूर आया था लेकिन उसके बाद 5 हजार की राहत राशि किसी के माध्यम से भिजवाई गई थी। इसके अलावा और कोई मदद आज दिन तक नहीं मिल पाई है। सरकार व प्रशासन से निवेदन है कि मौके पर आकर स्थिति का जायजा लें और भारी-भरकम नुक्सान की एवज में मुआवजा दिया जाए।