गणेश चतुर्थी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने संगम में किया स्नान

Update: 2023-09-19 03:14 GMT

प्रयागराज। गणेश चतुर्थी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। गणेश पूजा मुहूर्त सुबह 11 बजकर 01 मिनट से प्रारंभ होकर दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। पूजन की कुल अवधि 02 घंटे 27 मिनट की है। ज्योतिष गणना के अनुसार, इस साल गणेश चतुर्थी पर स्वाती नक्षत्र, ध्वज योग, पराक्रम योग के साथ-साथ सूर्य-बुध का परिवर्तन योग बन रहा है। इसके साथ ही इस दिन ग्रहों के न्याय देवता शनिदेव अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान रहेंगे। शनि 30 साल बाद अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में हैं। ज्योतिषीय दृष्टि से ग्रह-नक्षत्रों व शुभ योग की स्थिति बहुत लाभकारी मानी जा रही है।

गणेश मूर्ति स्थापना विधि -

1. सबसे पहले चौकी पर गंगाजल छिड़कें और इसे शुद्ध कर लें।

2. इसके बाद चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर अक्षत रखें।

3. भगवान श्रीगणेश की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें।

4. अब भगवान गणेश को स्नान कराएं और गंगाजल छिड़कें।

5. मूर्ति के दोनों ओर रिद्धि-सिद्धि के रूप में एक-एक सुपारी रखें।

6. भगवान गणेश की मूर्ति के दाईं ओर जल से भरा कलश रखें।

7. हाथ में अक्षत और फूल लेकर गणपति बप्पा का ध्यान करें।

8. गणेश जी के मंत्र ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें।


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