ममता बनर्जी के भाषणों पर रोक लगाने की मांग, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर भ्रामक बयानबाजी का आरोप
भाजपा ने चुनाव आयोग
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: नई दिल्ली, भाजपा ने चुनाव आयोग(Election Commission) से ममता बनर्जी (Mamata Banejree) के भाषणों पर रोक लगाने की मांग की है। ममता पर अमित शाह समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ भ्रामक, तथ्यहीन और मनगढ़ंत बातें करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री चुनाव आयोग का भी अपमान कर रही हैं, जिसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी, भूपेंद्र यादव और अनिल बलूनी की अगुआई में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को बंगाल के नंदीग्राम में हुई हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है। भाजपा ने शिकायत के साथ हिंसा में घायल कार्यकर्ताओं के फोटो भी लगाए हैं।
भाजपा नेताओं ने ममता बनर्जी द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर लगाए जा रहे झूठे और मनगढंत आरोपों के सबूत के तौर पर 16 मार्च के चुनावी भाषण को संलग्न किया है। भाजपा के अनुसार इस भाषण में ममता बनर्जी ने अमित शाह के खिलाफ तथ्यहीन और अनर्गल बातें कही थी। साथ ही चुनाव आयोग पर भी अमित शाह के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था।
चुनाव आयोग को सौंपे एक दूसरे प्रतिवेदन में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने तृणमूल कांग्रेस पर चुनाव के दौरान राज्य मशीनरी के दुरूपयोग का आरोप लगाया है। साथ ही निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों को तैनात करने और उन्हें मतदाताओं के पहचान पत्र की जांच करने का अतिरिक्त अधिकार देने की मांग की है।