महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग, सांसद संजय राउत बोले - कोशिश भी मत करना
मुकेश अंबानी के घर बाहर विस्फोटक मिलने से उठा तूफान महाराष्ट्र की शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार को अपनी चपेट में ले चुका है। राज्य के गृहमंत्री पर पुलिस के जरिए वसूली करवाने के आरोपों के सामने आने के बाद सरकार की स्थिरता पर सवाल उठने लगे हैं। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने चेतावनी दी है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश करने वाले खुद इसी आग में जल जाएंगे। सोमवार को संजय राउत ने कहा, 'अगर कोई केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश कर रहा है तो मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि आप खुद इसी आग में जल जाएंगे।' संजय राउत ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन यह जाहिर है कि उनका इशारा किसकी तरफ है।
गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोपों के बारे में संजय राउत ने कहा, 'अगर एनसीपी चीफ शरद पवार ने तय किया है कि इन आरोपों की जांच की जानी चाहिए तो इसमें गलत क्या है? आरोप तो कोई भी लगा सकता है। अगर लोग इस तरह से मंत्रियों का इस्तीफा मांगने लगेंगे तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा।'
इस बीच एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक बोले, 'परमबीर सिंह का लेटर सवाल खड़े करता है। वह ट्रांसफर के बाद लिखा गया था। गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ जांच होगी। इस लेटर के आधार पर उनका इस्तीफा मांगा गया है, इसमें कोई शक नहीं है कि ऐसा होगा। पार्टी जांच के बाद ही अपना फैसला लेगी।' 20 मार्च को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को एक लेटर भेजा था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य के गृहमंत्री अनिल शिंदे ने असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे से एक महीने में 100 करोड़ वसूलने को कहा था। वझे मुकेश अंबानी के बाहर विस्फोटक मिलने के केस में इस समय हिरासत में है।