अमेरिका के साथ 20 हजार करोड़ रुपये का प्रिडेटर ड्रोन सौदा करेगा रक्षा मंत्रालय
अमेरिका से 30 प्रिडेटर ड्रोन खरीदने पर भारत के रक्षा मंत्रालय की उच्चस्तरीय बातचीत अंतिम चरण में है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका से 30 प्रिडेटर ड्रोन खरीदने पर भारत के रक्षा मंत्रालय की उच्चस्तरीय बातचीत अंतिम चरण में है। इसके लिए करीब 20 हजार करोड़ रुपये का समझौता होना है। खरीदे गए ड्रोन सेना के तीनों अंगों को 10-10 की संख्या में मिलेंगे। इसके लिए हो रही बैठक की अध्यक्षता रक्षा सचिव कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अगर बैठक में रजामंदी बनी तो रक्षा मंत्रालय अंतिम सहमति के लिए समझौता रक्षा अधिग्रहण परिषद को भेजेगा। परिषद के बाद समझौते का ड्राफ्ट रक्षा मामलों की कैबिनेट समिति देखेगी और रजामंदी देगी। इसके बाद समझौते पर हस्ताक्षर होंगे।
जनरल रावत ने देखा हथियारबंद ड्रोन का नमूना
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को नागपुर में एक कंपनी द्वारा बनाए गए हथियारबंद ड्रोन (हेक्साकॉप्टर) की प्रदर्शनी देखी। इन युद्धक उपकरणों को नागपुर की सोलर इंडस्ट्रीज लि. और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लि. ने बनाया है।
स्वदेशी लड़ाकू हेलिकॉप्टर वायुसेना को सौंपेंगे मोदी
रक्षा क्षेत्र में 'मेड इन इंडिया' मुहिम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के झांसी में होने वाले झांसी 'जलसा कार्यक्रम' में पहला हल्का लड़ाकू हेलिकॉप्टर वायुसेना को सौंपेंगे। इस दौरान सेना को देश में ही बने ड्रोन भी सौंपे जाएंगे, जिनका देशभर में विभिन्न जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। रक्षा सचिव अजय कुमार ने मीडिया को बताया कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. ने इस हेलिकॉप्टर को डिजाइन और विकसित किया है। यह दुनिया का एकमात्र लड़ाकू हेलीकॉप्टर है, जो हथियारों और तेल के वजन के साथ 5000 मीटर की ऊंचाई से उड़ और उतर सकता है।