छिंदवाड़ा/भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के करीबी एक-एक कर पार्टी छोड़ रहे हैं। अब उनके सबसे करीबियों में से एक दीपक सक्सेना ने सभी पदों से इस्तीफा देने के साथ कांग्रेस छोड़ दी है।
पूर्व प्रोटेम स्पीकर, पूर्व मंत्री और छिंदवाड़ा में कमलनाथ के सबसे करीबी दीपक सक्सेना ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी तथा कमलनाथ को दो अलग-अलग खत लिखे हैं। प्रदेश अध्यक्ष पटवारी को लिखे पत्र में सक्सेना ने कहा है कि वह 1974 से कांग्रेस के सदस्य हैं और सात बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं तथा कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष भी रहे है।
उन्होंने व्यक्तिगत परेशानियों का जिक्र करते हुए लिखा है कि वे पार्टी की जवाबदारियों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं इसलिए कांग्रेस से त्यागपत्र दे रहे हैं, जिसे स्वीकार कर लिया जाए। दीपक सक्सेना ने एक पत्र कमलनाथ को भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कमलनाथ से मिले स्नेह और सहयोग का जिक्र किया है। साथ ही आभार भी जताया है। उन्होंने लिखा है कि उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ने का अवसर दिया गया और वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में हारने के बाद भी कमलनाथ का उन पर भरोसा रहा और फिर मौका दिया गया। वे दो बार कांग्रेस की सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
दीपक सक्सेना ने कमलनाथ को पत्र में लिखा है कि मैं अपने दायित्वों का निर्वहन वर्तमान परिस्थितियों में नहीं कर सकूंगा, जिसके कारण मैं विधायक प्रतिनिधि और संगठन के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहा हूं। इससे पहले कमलनाथ के मीडिया समन्वयक रहे नरेंद्र सलूजा, उसके बाद मीडिया विभाग के पूर्व उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव और फिर मीडिया विभाग के ही पूर्व उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने कांग्रेस छोड़ी थी और यह सभी वर्तमान में भाजपा में हैं।