Delhi में होगा कांग्रेस की टिकटों पर फैसला

Update: 2024-06-15 09:49 GMT
Shimla. शिमला। हिमाचल में विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की टिकटों पर महामंथन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली पहुंच गए हैं और यहां पार्टी हाइकमान के साथ तीनों सीटों के संभावित उम्मीदवारों को लेकर चर्चा होगी। कांग्रेस आगामी एक या दो दिन में टिकट पर फैसला कर सकती है। प्रदेश से संभावित नामों की लिस्ट हाईकमान को सौंपी जाएगी और हाइकमान चर्चा के बाद इन प्रस्तावित नामों पर फैसला करेगा। इस बार नालागढ़ से कांग्रेस में एक बार फिर बावा हरदीप सिंह का नाम चर्चा में है, लेकिन इसके साथ पूर्व विधायक लखविंदर राणा को लेकर भी सियासी अटकलें चल रही हैं। देहरा से डा. राजेश और हमीरपुर से सुनील शर्मा बिट्टू, कुलदीप पठानिया, राजीव राणा और पुष्पेंद्र वर्मा के नामों पर चर्चा हुई है। मुख्यमंंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली पहुंचने के बाद कहा कि तीन सीटों पर महज डेढ़ साल में दोबारा चुनाव हो रहा है। यहां जो भी प्रत्याशी जीत दर्ज करेगा, वह साढ़े तीन साल तक ही
विधायक रह सकता है।

सीएम सुक्खू ने कहा कि निर्दलीय विधायक कांग्रेस या भाजपा किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन कर पांच साल का कार्यकाल पूरा कर सकते थे, लेकिन उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया। अब ये आम लोगों को तय करना है कि किसने गलती की है। कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है और लोगों के बीच जाकर इन सभी बातों को मुद्दों के रूप में उठाएगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 38 है। इस बार छह सीटों पर उपचुनाव हुए हैं और उनमें से चार कांग्रेस ने जीती हैं। कांग्रेस के पास पर्याप्त बहुमत है। इसके बावजूद जो चुनाव प्रदेश पर थोपे गए हैं, उनमें पार्टी पूरी ताकत के साथ लड़ेगी और जीत हासिल करेगी। प्रचार के दौरान जब भाजपा के तीनों प्रत्याशी वोट मांगने के लिए जनता के बीच जाएंगे, तो लोग उनसे इस्तीफा देने का कारण पूछेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर हिमाचल के दिल्ली को पानी देने के मामले में बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जरूरत का पानी छोडक़र अन्य सभी दूसरे राज्यों को देने के लिए सरकार तैयार है। इसमें दिल्ली के साथ हुआ पानी को लेकर समझौता भी शामिल है। उन्होंने कहा कि हिमाचल से दिल्ली तक पानी हरियाणा के रास्ते होकर पहुंचेगा। ऐसे में दिल्ली और हरियाणा सरकार को आपस में भी समझौते करने होंगे। हिमाचल की तरफ से पानी देने को लेकर कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रदेश सरकार हर जगह अपना पक्ष रखने को तैयार है।
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