मौत से हड़कंप: जेल में कैदी के सिर में लगी चोट, 3 हत्याओं और बलात्कार का था दोषी
पुलिस ने इस बारे में जानकारी दी.
नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर की सेंट्रल जेल में बंद एक कैदी की सिर में चोट लगने से मौत हो गई. पुलिस ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह कैदी साल 2017 में तीन हत्याओं के साथ-साथ बलात्कार और कई अन्य अपराधों का दोषी पाया गया था. जिसके बाद से वह इस जेल में अपनी सजा काट रहा था.
पुलिस ने बताया कि इस कैदी का नाम दुर्गेश उर्फ छल्ला धूपसिंह चौधरी था. वह 31 साल का था. दुर्गेश शनिवार को सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर बैरक संख्या-10 की सीढ़ियों से अचानक गिर गया. जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उसे वहां मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि दुर्गेश का पैर सीढ़ियों पर फिसल गया था, जिसके बाद उसके सिर पर चोट लग गई थी.
पुलिस के अनुसार, दुर्गेश ने अप्रैल 2017 में अपने ही दो दोस्तों कैलाश नागपुरे और आरिश अंसारी की हत्या कर दी थी. इसके बाद अक्टूबर 2017 में उसने एक 15 साल के लड़के का भी मर्डर किया था. जिसके बाद उसे जेल की सजा सुनाई गई थी.
इससे पहले वाराणसी जिला जेल में बंद एक कैदी की मौत के बाद शुक्रवार को बवाल हो गया. गुस्साए बंदियों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. बंदी जेल के अंदर उत्पात मचाते रहे, जबकि बाहर मृतक के परिजन रोते-बिलखते रहे. उन्होंने जेल के मुख्य द्वार पर नारेबाजी की और विरोध जताया. परिजनों का आरोप है कि जेल में हत्या कराई गई है.
सिगरा थानाक्षेत्र के छोटी गैबी निवासी राजेश जायसवाल (55) को छह महीने पहले धोखाधड़ी सहित कूटरचित मामले में चेतगंज थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था. छह महीने से जेल में ही विचाराधीन बंदी राजेश जायसवाल की गुरुवार रात अचानक तबीयत खराब हुई. जेल से एंबुलेंस के जरिए कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने की सलाह दी थी, लेकिन राजेश ने भर्ती होने से इनकार कर दिया. इस पर साथ आए बंदी रक्षक उसे वापस लेकर जेल में दाखिल हो गए. शुक्रवार सुबह राजेश की तबीयत फिर बिगड़ गई. अस्पताल पहुंचने से पहले ही राजेश जायसवाल की रास्ते में मौत हो गई. डॉक्टरों के मुताबिक, ऑक्सीजन लेवल कम होने और बीपी बढ़ने के कारण मौत हुई.