युवा इंजीनियर की मौत, सपनों को नहीं लग सके पंख

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Update: 2021-07-01 10:16 GMT

भोजपुर के पीरो प्रखंड के बैसाडीह गांव निवासी युवा इंजीनियर अविनाश कुमार के सपनों को पंख नहीं लग सके। इसे दु:खद संयोग कहा जाये या ईश्वरीय कृपा कि बुधवार की शाम बीपीएससी मेंस का रिजल्ट निकलने से महज छह दिन पहले ही मौत ने अविनाश को गले लगा लिया था। अविनाश के बीपीएससी मेंस के रिजल्ट को देखकर उसके पिता विजय शंकर उपाध्याय और चाचा निलेश उपाध्याय समेत समस्त परिजन फूट-फूटकर रो पड़े। बता दें कि पीरो प्रखंड के बैसाडीह गांव निवासी किसान विजय शंकर उपाध्याय के दो पुत्रों में अविनाश कुमार दूसरे पुत्र थे। अविनाश के बड़े भाई अभिषेक उपाध्याय रेलवे में ड्राइवर हैं।

25 दिसंबर 1991 को जन्मे अविनाश ने भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन से बीटेक की डिग्री हासिल कर कैंपस सेलेक्शन में अच्छा पैकेज मिलने के बावजूद दिल्ली में रहकर कमीशन की तैयारी शुरू की। बीपीएससी की 64वीं बैच के लिए भी उसने पीटी और मेंस की परीक्षा में सफलता हासिल की थी, लेकिन साक्षात्कार में उसे सफलता नहीं मिली थी।

बुधवार की शाम जारी हुए बीपीएससी की 65वीं बैच की मेंस की परीक्षा में भी उसने सफलता हासिल कर ली है। बीपीएससी की मेंस के परीक्षा परिणाम जारी होने के पूर्व 24 जून को अविनाश मौत के आगोश में समा चुका है। 24 अप्रैल को अविनाश कोरोना पॉजिटिव हुआ था। इलाज के बाद वे निगेटिव होकर घर लौट चुके थे। लेकिन, पोस्ट कोविड प्रभाव के चलते कुछ दिनों बाद पुन: उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और अंततोगत्वा सांस लेने में तकलीफ के कारण 24 जून को उन्होंने दम तोड़ दिया।

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