रामनगर। वन प्रभाग रामनगर के तहत रिंगोड़ा क्षेत्र में कोसी नदी के किनारे एक मादा बाघिन का शव मिलने से विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। मंगल वार की दोपहर को रिगोड़ा क्षेत्र के भैस चरा कर लौट रहे पशुपालक ने सबसे पहले उसे देखा। देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी तभी सूचना मिलने पर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंथ नायक, एसडीओ पूनम कैंथोला भी मौके पर पहुँच गए।
आनन फानन में बाघ के शव को उठाकर वन प्रभाग की कार्यशाला में लाया गया। जहाँ उसका पशुचिकित्सक डॉ हिमांशु पांगती व डॉ आयुष उनियाल की देखरेख में सम्पन्न हुआ।वन क्षेत्रधिकारी शेखर तिवारी ने बताया कि गश्त के दौरान दोपहर डेढ़ बजे रिंगोड़ा खत्ते पर स्थित स्रोत से मादा बाघ का शव बरामद हुआ।
सूचना मिलने पर कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए। विभाग ने मृत बाघ का पोस्टमार्टम कराकर उसे नष्ट कर दिया। उधर प्रभागीय वनाधिकारी दिगंथ नायक ने बताया कि रिंगोड़ा खत्ते पर दोपहर डेढ़ बजे मादा बाघिन का शव मिला है। इसकी उम्र नौ से दस वर्ष के बीच है। ऐसे में वृद्ध बाघिन की मौत की वजह स्वभाविक हो सकती है क्योंकि वह काफी कमजोर स्थिति में थी फिर भी पीएम के बाद जांच के लिए बिसरा सुरक्षित रखा गया है।
सूचना मिलने पर कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए। विभाग ने मृत बाघ का पोस्टमार्टम कराकर उसे नष्ट कर दिया। उधर प्रभागीय वनाधिकारी दिगंथ नायक ने बताया कि रिंगोड़ा खत्ते पर दोपहर डेढ़ बजे मादा बाघिन का शव मिला है। इसकी उम्र नौ से दस वर्ष के बीच है। ऐसे में वृद्ध बाघिन की मौत की वजह स्वभाविक हो सकती है क्योंकि वह काफी कमजोर स्थिति में थी फिर भी पीएम के बाद जांच के लिए बिसरा सुरक्षित रखा गया है।