डीसी ने मांगी वन धन विकास केंद्रों की रिपोर्ट

Update: 2024-12-02 11:25 GMT
Chamba. चंबा। प्रधानमंत्री वन धन योजना के अंतर्गत वन धन विकास केंद्रों के संचालन संबंधी प्रगति की समीक्षा को लेकर उपायुक्त कार्यालय परिसर के एनआईसी कक्ष में शनिवार को वर्चुअल माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने की। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा भी विशेष तौर से मौजूद रहे। बैठक में जिला चंबा के भरमौर, होली और पांगी क्षेत्रों के लिए स्वीकृत वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) के संचालन प्रगति की समीक्षा की गई। उल्लेखनीय है कि वन धन विकास केंद्रों को स्थानीय रूप से उपलब्ध लघु वन उपज (एमएफपी) की खरीद और मूल्य संवर्धन के लिए सामान्य सुविधा केंद्र के रूप में उपयोग किया जाता है। बैठक के दौरान उपायुक्त ने त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देते हुए उपमंडलाधिकारी पांगी को एसडीएम भरमौर द्वारा तैयार रिपोर्ट के समान एक विस्तृत गतिविधि रिपोर्ट तैयार करने के
निर्देश दिए।
उन्होंने प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए एसडीएम भरमौर और पांगी को क्षेत्रीय प्रबंधक, ट्राइफेड और जनजातीय विकास विभाग शिमला के साथ बेहतर समंवय के साथ काम करने के निर्देश दिया। बैठक में खरीद प्रक्रिया शुरू करने और इन केंद्रों के लिए स्वीकृत योजनाओं के अनुसार लघु वन उपज की कटाई और मूल्य संवर्धन के लिए आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया। उपयुक्त मुकेश रेप्सवाल ने कहा कि इन वन धन विकास केंद्रों के माध्यम से स्थानीय समुदायों तथा स्वयं सहायता समूहों की सामाजिक व आर्थिक स्थिति को महत्वपूर्ण रूप से बढावा देने और इन्हें सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में ट्राइफेड क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगड के क्षेत्रीय प्रबंधक शांतनु सहारन, जनजातीय विकास विभाग शिमला के अधिकारी तथा भरमौर व पांगी के एसडीएम तथा डीएफओ भरमौर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया।
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