नरोत्‍तम मिश्रा की चेतावनी के बाद डाबर ने वापस लिया करवाचौथ से जुड़ा विज्ञापन, कंपनी ने मांगी माफी

डाबर कंपनी ने हाल ही में फेम ब्लीच का एक विज्ञापन जारी किया था.

Update: 2021-10-26 06:05 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। डाबर कंपनी (Dabur) ने हाल ही में फेम ब्लीच का एक विज्ञापन (Karva Chauth Advertisement) जारी किया था. सोशल मीडिया पर इस विज्ञापन की काफी आलोचना हुई. साथ ही मध्‍य प्रदेश सरकार (MP Government) की ओर से भी इसकी शिकायत की गई थी. इसके बाद कंपनी ने अपना यह विज्ञापन हटा लिया है.

डाबर के इस विज्ञापन में एक समलैंगिक महिला जोड़े को अपना पहला 'करवा चौथ' मनाने के लिए तैयार होते दिखाया गया था. इस विज्ञापन के जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इसकी काफी आलोचना की थी. इस विज्ञापन पर लोगों ने हिंदू भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था. के लिए विज्ञापन की आलोचना की थी. इस विज्ञापन को हटाने का असल कारण इसकी आलोचना थी. इस विज्ञापन में करवाचौथ मना रही दो महिलाओं को दिखाया गया था.
डाबर कंपनी के विज्ञापन हटाने के पीछे एक कारण मध्‍य प्रदेश सरकार में गृह मंत्री नरोत्‍तम मिश्रा की ओर से सोमवार को पुलिस को दिए गए निर्देश को भी माना जा रहा है. नरोत्‍तम मिश्रा ने पुलिस को निर्देश दिया था कि वो डाबर इंडिया तक यह संदेश पहुंचाएं कि वो इस विज्ञापन को हटा लें. उन्‍होंने यह भी कहा था कि अगर इस विज्ञापन को वापस नहीं लिया जाता है तो कानूनी कदम भी उठाए जाएं.
नरोत्‍तम मिश्रा ने कहा था, 'मैं इसे गंभीर मसला मानता हूं. ऐसा इसलिए भी अधिक है क्‍योंकि इस तरह के विज्ञापन अधिकांश हिंदू त्‍योहारों पर ही आधारित होते हैं. विज्ञापन में दिखाया गया है कि दो समलैंगिक महिला एक दूसरे को छलनी से देखकर करवाचौथ मना रही हैं. अब भविष्‍य में वह दिखाएंगे कि दो पुरुष शादी के फेरे ले रहे हैं.'
इन सभी आपत्तियों के बाद डाबर इंडिया ने विज्ञापन हटा लिया और अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक संदेश शेयर किया. इस संदेश में कहा गया है, 'फेम के करवाचौथ कैंपेन को सभी सोशल मीडिया हैंडल से हटा लिया गया है. हम भूल से लोगों की भावनाएं आहत होने के लिए सभी से माफी मांगते हैं. इस विज्ञापन की आलोचना करने वाले सोशल मीडिया यूजर्स ने डाबर इंडिया के इस कदम को सराहा है. लेकिन कई ऐसे भी लोग हैं, जो इस विज्ञापन का समर्थन कर रहे हैं.


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