Paadchu. पाड़छू। धर्मपुर में शुरू हुई शिवा परियोजना, जो बागबानी और फलों की पैदावार को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई थी, वर्तमान सरकार की उदासीनता के कारण संकट में है। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार और स्थानीय विधायक ने इस परियोजना की सिंचाई सुविधा का ध्यान नहीं रखा, जिसके कारण हजारों फलदार पौधे पानी के बिना सूखने की कगार पर हैं। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि विश्व बैंक के सहयोग से 55 बागवानी क्लस्टरों में हजारों पौधे लगाए गए थे, जिनमें से कुछ में फ ल आना भी शुरू हो गया है। लेकिन भरौरी में 132 केवी का बिजली ट्रांसफ ार्मर अभी तक तैयार नहीं है, जिससे कांढापत्तन में 33 केवी बिजली सप्लाई नहीं हो पा रही है और सिंचाई सुविधा ठप पड़ी है।
सिंह के अनुसार, टेंडर प्रक्रिया भी अधूरी है और नए टेंडर अभी तक नहीं निकाले गए हैं, जिससे परियोजना का काम अधर में है। उन्होंने कहा कि विधायक ने परियोजना के पौधों की तुलना छोटे बच्चों से की थी, जो पानी के बिना तड़प रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद सरकार और विधायक ने सिंचाई लाइनों को सक्रिय करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। सिंचाई के अभाव में किसानों को परेशानी हो रही है, और कई जगहों पर फ लों की बिक्री भी प्रभावित हो रही है। भूपेंद्र सिंह ने मांग की है कि परियोजना की सिंचाई व्यवस्था तुरंत बहाल की जाए और फ लों की मार्केटिंग का उचित प्रबंध किया जाए। उन्होंने कहा कि धर्मपुर के विकास को आगे बढ़ाने के लिए सरकार और विधायक को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, केवल भाषणों से ही काम नहीं चलेगा।