Karnal. करनाल। हरियाणा में करनाल का रहने वाला युवक कनाडा में स्विमिंग पूल में नहाते वक्त डूब गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक युवक नोमित गोस्वामी है। वह 8 महीने पहले ही कनाडा गया था। पिता ने प्लाट बेचकर उसके स्टडी वीजा का खर्चा उठाया था। कनाडा में वह ओंटारियो सिटी में होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा था। पढ़ाई के साथ वह एक रेस्टोरेंट में जॉब भी करता था। परिजनों के मुताबिक 11 अगस्त की रात नोमित कनाडा में ही अपने किसी दोस्त की पूल पार्टी में गया था। रात करीब साढ़े 8 बजे नोमित अकेले ही स्विमिंग पूल में नहाने के लिए उतर गया। पहले वह कम गहराई में था, लेकिन अचानक से ज्यादा गहराई में पहुंच गया और डूबने लगा। घटना के वक्त उसके अन्य दोस्त हॉल के अंदर पार्टी में थे। काफी देर तक नोमित नहीं दिखा तो किसी दोस्त का ध्यान उस पर गया।
वे पूल की तरफ दौड़े तो तब तक नोमित पानी में डूब चुका था। जिसके बाद दोस्तों ने पानी में छलांग लगा दी और उसे तलाशकर बाहर निकालकर ले आए। इतनी देर में वहां एंबुलेंस भी पहुंच गई। एंबुलेंस में ही नोमित को सीपीआर दिया गया, उसके पेट से पानी तो निकला, लेकिन उसके शरीर में कोई हरकत नहीं थी। जिसके बाद नोमित को मृत घोषित कर दिया गया। परिवार के पास अब उसकी लाश को करनाल लाने के लिए पैसे नहीं हैं। इस वजह से वह फंडिंग वेबसाइट की मदद ले रहे हैं। पिता सुभाष ने बताया कि नोमित उनका सबसे बड़ा बेटा था। उसे स्टडी वीजा पर कनाडा भेजा था। वह वहां पर होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा था। नोमित के ताऊ के लड़के विशु ने बताया कि चाचा ने अपना प्लाट बेचकर नोमित को कनाडा भेजा था और करीब 23 लाख रुपए खर्च किए थे। करीब डेढ़ महीने पहले ही नोमित को ओंटारियो में ही एक रेस्टोरेंट पर जॉब भी मिल गई थी।
वह पढ़ाई के साथ-साथ जॉब भी कर रहा था। परिजनों के मुताबिक, नोमित के पिता साबुन की एक फैक्ट्री में सेल्समैन का काम करते हैं। इसी नौकरी से उन्होंने घर बनाने के लिए प्लाट खरीदा था। मगर, बेटे के विदेश में जाकर पढ़ने के सपने को पूरा करने के लिए वह प्लाट बेचना पड़ा। नोमित का छोटा भाई गगन करनाल में 10वीं कक्षा का छात्र है। उसने बताया कि 12 अगस्त को कनाडा से किसी दूर के रिश्तेदार ने हमें नोमित की मौत की सूचना दी, तो परिवार में मातम पसर गया।नोमित एक सीधा साधा लड़का था। वह सिर्फ अपने काम और पढ़ाई पर ध्यान देता था। पोस्टमॉर्टम के बाद रिपोर्ट आएगी। रिपोर्ट आने के बाद शव को भारत लाने की आगामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। परिजनों ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है, क्योंकि पिता ने अपना प्लाट बेचा था और उसके बाद बेटे को स्टडी वीजा पर कनाडा भेजा था। नोमित के शव को भारत लाया जा सके, इसके लिए गो फंड मी वेबसाइट के माध्यम से फंड एकत्रित किया जा रहा है, ताकि 20 साल के नोमित को उसके परिवार के हाथों अंतिम विदाई दी जा सके।