Patna. पटना। पटना के अथमगोला में अनीता देवी हत्याकांड का 24 घंटे के अंदर खुलासा हो गया है। पैसे के लालच में पड़ोसी ने ही घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में पड़ोस की 2 महिला और एक युवक को गिरफ्तार किया है। वारदात के बाद खून से सने कपड़े को घर में छिपा दिया था, जिसे डॉग स्क्वायड ने खोज निकाला। आरोपियों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। बाढ़ अनुमंडल के डीएसपी-2 अभिषेक सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले अनीता देवी ने 7 लाख की जमीन बेची थी। उसके पास जेवरात भी काफी थे। ये बात पड़ोसी गंगा देवी (30) को पता लग गई। गंगा के पति में बंद है। पति को जेल से बाहर निकालने के लिए उसे पैसे की जरूरत थी। नवादा जेल
उसने रिंकी देवी(48) और वरुण कुमार(25) के साथ हत्या की प्लानिंग की। 7 सितंबर को देर रात अनीता को फोन कर रिंकी देवी के घर बुलाया गया। फिर तीनों ने मिलकर धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी। 8 तारीख की सुबह घर के पास गली में शव फेंक दिया। साक्ष्य मिटाने के लिए घर के अंदर जमीन पर पड़े खून के धब्बे को धो दिया गया था। घटना की सूचना मिलने के बाद स्निफर डॉग के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची। खून के धब्बे को सूंघकर स्निफर डॉग सीधे रिंकी के घर पहुंच गया। मृतका के कपड़े को जिस बक्सा में छुपाया था, उसे ढूंढ निकाला। पुलिस ने रिंकी के घर से साड़ी, मोबाइल और पर्स भी बरामद किया है। डीएसपी ने आगे कहा कि हत्या के बाद गंगा देवी मसौढ़ी भाग गई थी, जबकि वरुण क्यूल (लखीसराय) चला गया था। सीसीटीवी कैमरा, तकनीकी अनुसंधान, आसपास के लोगों से पूछताछ, एफएसएल टीम और डॉग स्क्वायड की मदद से सबसे पहले रिंकी देवी की गिरफ्तारी हुई।