CRIME NEWS: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर की ठगी, ठगबाज गिरफ्तार

जांच में हुआ बड़ा खुलासा

Update: 2024-09-11 13:02 GMT
Muzaffarpur. मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर पुलिस ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने ठगी के मास्टरमाइंड सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा (78) को ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। वह दो दशक से रेलवे में बहाली के नाम पर लोगों को ठग रहा था। पुलिस ने उसे मुजफ्फरपुर के मेहंदी हसन रोड से पकड़ा है। सचेंद्र शर्मा ने ग्रुप सी में स्पोर्ट्स कोटा के तहत टीसी की नौकरी लगवाने के लिए एक युवक को सासाराम में 4 महीने तक ट्रेनिंग दिलाई। इसी साल 7 सितंबर काे जॉइनिंग लेटर भी दिया, जिसे लेकर वह गया के वजीरगंज रेलवे स्टेशन गया। स्टेशन मास्टर काे जॉइनिंग लेटर दिया तो उसने देखते ही कहा कि सभी कागज फर्जी हैं।

इसके बाद उसने FIR दर्ज की और सचेंद्र पकड़ा गया। मामले में नामजद 6 आरोपी फरार हैं। सचेंद्र शर्मा के पास से एक बैंक चेक, 4 मोबाइल, जॉइनिंग लेटर, पूर्व रेलवे के कागजात आदि जब्त किए गए हैं। गिरोह का नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला है। वह नौकरी के नाम पर एमपी, राजस्थान और ओडिशा में भी फर्जीवाड़ा कर चुका है। ठगी के शिकार सौरभ कुमार और उसके दोस्त मोहन कुमार ने बेला थाने में FIR दर्ज कराई थी। इसमें सचेंद्र शर्मा के अलावा भजन गायिका, सोनू मुस्कान, आलू-प्याज के व्यवसायी श्याम बाबू सिंह, कबीर, अहियापुर थाना के बिंदा बिहारी वर्मा उर्फ वर्मा, राजीव मिश्रा उर्फ मिश्रा काे आरोपी बनाया गया।

इसी आधार पुलिस ने कार्रवाई की और सचेंद्र को पकड़ा। ASP टाउन भानु प्रताप सिंह ने बताया कि ठगी मामले में कार्रवाई की गई है। गिरोह से जुड़े हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस मामले में कुल 6 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। बाकी अन्य जिले के रहने वाले हैं। यह एक ऑर्गेनाइज मोड में काम करने वाला गिरोह है और पूरे बिहार के अलग-अलग जिले में फैला हुआ है। आशंका है कि इस गिरोह के चंगुल में अब तक कई लोगों से ठगी हुई है। यह आंकड़ा करोड़ रुपए का हो सकता है। आरोपी के पास से रेलवे के कुछ पेपर, मोबाइल, और ग्रुप D से बनाए गए कागजात बरामद किए गए हैं।

सौरभ कुमार और उसके दोस्त मोहन कुमार ने बेला थाने में FIR दर्ज कराई थी। इसमें सचेंद्र शर्मा के अलावा भजन गायिका सोनू मुस्कान, आलू-प्याज के व्यवसायी श्याम बाबू सिंह, कबीर, अहियापुर थाना के बिंदा बिहारी वर्मा उर्फ वर्मा, राजीव मिश्रा उर्फ मिश्रा काे आरोपी बनाया गया। इसी आधार पुलिस ने कार्रवाई की और सचेंद्र को दबोच लिया। सचेंद्र शर्मा मूल रूप से औराई थाना के भरथुआ गांव का रहने वाला है। वह बिहार राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर था। प्रमोशन पाकर टाइम कीपर बना और इसी पद से रिटायर हुआ। रिटायरमेंट के बाद ही उसने नौकरी के नाम पर ठगी का धंधा शुरू किया और कई राज्यों तक अपना नेटवर्क फैला लिया।
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