कपल ने बिल्ली की तलाश में खर्च किये ढाई लाख रूपए...ये है इस खबर की अनोखी कहानी

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Update: 2021-01-27 14:09 GMT

नैनीताल. कहते हैं दिल से किसी को चाहो तो सारी कायनात आपको उस चीज से मिलाने में लग जाती है. ऐसा ही कुछ हुआ है नैनीताल (Nainital) में उसके मालिक से बिछड़ी बिल्ली (Cat) और मालिक के बीच. पालतू जानवरों से प्यार के आपने अनोखे किस्से सुने होंगे. लेकिन न्यूज18 आज आपको प्रेम की ऐसी हकीकत बताने जा रहा है जिसे पढ़कर आप दांतों तले अंगुली दबा लेंगे. ये हकीकत है एक परिवार और उसके द्वारा पाली गई बिल्ली की. खेल-खेल में बिल्ली इस परिवार से अचानक बिछुड़ जाती है. और यहीं से शुरू होती बिल्ली और परिवार के बीच प्रेम (Love) की असल कहानी. बेंगलुरु के रहने वाले हर्ष कपूर 1 अक्टूबर 2020 को अपनी पत्नी भव्या कपूर के साथ नैनीताल घूमने आए. हर्ष कपूर अपने परिवार के साथ हल्द्वानी-नैनीताल रोड में भुजियाघाट के सूर्यागांव में बने बलौट रिजॉर्ट में रुके. कपूर दंपत्ति के साथ इनकी दो बिल्लियां 'लियो' और 'कोको' भी नैनीताल घूमने आई हुई थीं. कपूर दंपत्ति जैसे ही रिजॉर्ट में पहुंचे उन्होंने बिल्लियों को रिलेक्स करने के लिए लॉन में छोड़ दिया. देखते ही देखते 'लियो' गायब हो गई, जिससे कपूर दंपत्ति परेशान हो गए. वैसे तो ये कपल तीन दिन के वीकएंड पर छुट्टी मनाने बलौट रिजॉर्ट पहुंचा था, लेकिन बिल्ली के खोने के बाद इन्होंने तीन दिन और छुट्टी बढ़ाने का फैसला लिया. इस दौरान गांव से लेकर जंगल तक की खाक छानी, लेकिन बिल्ली नहीं मिली. लेकिन दौरान उन्होंने बिल्ली के ढूंढने वाले या पता बताने वाले को पांच हजार का ईमान देने की भी घोषणा की.

लेकिन तमाम गांव वालों और रिजॉर्ट के स्टाफ के रात-दिन के प्रयासों के बावजूद बिल्ली का कोई पता नहीं लगा. रिजॉर्ट के मालिक और वाइल्ड टस्कर सोसाइटी चलाने वाले विकास किरौला बताते हैं कि निराश कपूर दंपत्ति 10 अक्टूबर को बैंगलुरु लौट गए. लेकिन इस बीच वो लगातार वाइल्ड टस्कर सोसाइटी​ से जुड़े लोगों से संपर्क में रहे. 21 जनवरी को किसी ग्रामीण को बिल्ली दिखाई दी. जिसकी सूचना कपूर दंपत्ति को दी गई. कपूर दंपत्ति 25 जनवरी को बेंगलुरु से फ्लाइट पकड़कर भुजियाघाट पहुंचे, जहां दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें आखिरकार 26 जनवरी की रात उनकी बिल्ली लियो जंगल से लगे एक खंडहरनुमा मकान में मिल गई.

ऐसे में लियो को फिर से पाकर कपूर दंपत्ति खासे खुश हैं. हर्ष कपूर बताते हैं कि वैसे तो लियो और कोको सामान्य बिल्ली हैं. लेकिन इनका उनके साथ पारिवारिक लगाव है. दोनों बिल्लियां उन्हीं के घर में पैदा हुई. जिससे उनसे गहरा पारिवारिक लगाव है. वो जहां भी जाते हैं बिल्लियां भी उनके साथ जाती हैं. लियो के गायब होने से वो बेहद परेशान थे. कपूर दंपत्ति के बिल्ली लियो की खोजबीन में फ्लाइट, टैक्सी, होटल और खाने-पीने से लेकर तकरीब ढ़ाई लाख रुपये खर्च हो गए.

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