नई दिल्ली. वैक्सीन (Covid Vaccine) की कमी की खबरों के बीच एक नई जानकारी ने चिंता बढ़ाई है. खबर है कि 11 अप्रैल तक देश में 23 फीसदी कोविड वैक्सीन बर्बाद हो चुकी है. खास बात है कि वैक्सीन बर्बादी के मामले में पांच राज्य सबसे आगे हैं. वैक्सीन को लेकर दायर हुई एक RTI में जवाब मिला है कि राज्यों के उपयोग में आए 10.34 करोड़ वैक्सीन डोज में से 44.78 लाख डोज बर्बाद हो गए हैं.
न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के मुताबिक एक ओर देश के कई राज्यों में वैक्सीन की कमी जैसे हालात तैयार हो रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर कुछ ऐसे राज्य भी हैं, जो लगातार वैक्सीन बर्बादी में आगे चल रहे हैं. हाल ही में एक RTI से मिली जानकारी बताती है कि देश में 11 अप्रैल तक 23 फीसदी वैक्सीन डोज बर्बाद हो चुके हैं. तमिलनाडु में वैक्सीन वेस्टेज ज्यादा है. यहां 11 अप्रैल तक 12.10% खराब हो चुकी है. दूसरे नंबर पर 9.74% के साथ हरियाणा है. इसके बाद पंजाब में 8.12, मणिपुर में 7.80, तेलंगाना में 7.55 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हो चुकी है.
इन राज्यों में वैक्सीन वेस्टेज नहीं
देश के कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे भी हैं, जहां वैक्सीन वेस्टेज नहीं हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार, केरल, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, गोवा, दमन एंड दीव, अंडमान एंड निकोबार आईलैंड और लक्षद्वीप पर वैक्सीन बर्बादी नहीं हुई है. देश में बीती 16 जनवरी से वैक्सीन कार्यक्रम शुरू हो गया था. देश में फिलहाल 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है.
राज्यों में वैक्सीन वेस्टेज को आंकड़ों में समझें
आंध्र प्रदेश: 1,17,733
असम: 1,23, 818
बिहार: 3,37,769
छत्तीसगढ़: 1.45 लाख
दिल्ली: 1.35 लाख
गुजरात: 3.56 लाख
हरियाणा: 2,46,462
जम्मू-कश्मीर: 90,619
झारखंड: 63,235
कर्नाटक: 2,14,842
लद्दाख: 3,957
मध्य प्रदेश: 81,535
महाराष्ट्र: 3,56725
मणिपुर: 11,184
मेघालय: 7,673
नागालैंड: 3,844
ओडिशा: 1,41,811
पुडुचेरी: 3,115
पंजाब: 1,56,423
राजस्थान:6,10,551
सिक्किम: 4,314
तमिलनाडु : 5,04,724
तेलंगाना: 1,68,302
त्रिपुरा: 43,292
उत्तर प्रदेश: 4,99,115
उत्तराखंड: 51,956
हाल ही में सरकार ने वैक्सीन लगाने को लेकर बड़ा फैसला लिया है. नए आदेश के अनुसार, आगामी 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. इसके अलावा सरकार ने वैक्सीन की कीमत, उपलब्धता को लेकर भी बड़े फैसले लिए हैं. फिलहाल सरकार चरणबद्ध तरीके से वैक्सीन ड्राइव चला रही है. पहले चरण में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मियों को टीका लगाया गया था. फिलहाल 45 साल से ज्यादा उम्र वालों को वैक्सीन दी जा रही है.