कोरोना प्रतिबंधों की उड़ी धज्जियां, सरकारी ऑफिस में हुई पार्टी, लेकिन क्यों?
दौसा. कोरोना काल (Corona era) में राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार लगातार फैल रहे संक्रमण पर काबू पाने के लिये लॉकडाउन (Lockdown) लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य कोरोना प्रोटोकॉल (Protocol) की पालना पर जोर दे रही है. कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले आम आदमी पर दनादन जुर्माना ठोका जा रहा है. दूसरी तरफ सरकारी कार्यालयों में ही कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. वो भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य जैसे विभाग (Medical and Health Department) में जिसपर कोरोना संक्रमण की रोकथाम की सबसे ज्यादा और अहम जिम्मेदारी है.
ताजा मामला दौसा जिला मुख्यालय में सामने आया है. यहां कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए दौसा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में बुधवार शाम को कर्मचारियों की ओर से प्रमोशन पार्टी का आयोजन किया गया. बताया जा रहा है कि राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ दौसा के अध्यक्ष मुकेश बैरवा की देखरेख में यह पार्टी हुई.
इस पार्टी में मुकेश बैरवा समेत विभाग के मलखान मीणा, सूरज शर्मा, महेन्द्र शर्मा, हितेश खंडेलवाल, छगनलाल सैनी और दौसा ब्लॉक बीसीएमओ नरेन्द्र शर्मा समेत कई लोग शामिल हुए. पार्टी में शामिल कर्मचारियों ने न तो मास्क लगा रखे थे और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया. सभी ने एक दूसरे को जमकर मिठाइयां खिलाई.
उल्लेखनीय है कि राजधानी जयपुर से सटे दौसा जिले के पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल का पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में आम आदमी द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल की पालना नहीं किये जाने से झल्लाए पुलिस अधीक्षक अपील करते हुये कह रहे थे कि लॉकडाउन और कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करें. दो दिन सब्जी नहीं खाओगे तो मर नहीं जाओगे. इस दौरान खुद एसपी सड़क पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों पर लट्ठ चलाते भी नजर आये. उसी जिला मुख्यालय पर पर चिकित्सा जैसे महकमे में खुद सरकारी कर्मचारी कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा रहे हैं.