कोरोना महासंकट: डॉक्टर्स ने सीनियर्स पर लगाया आरोप, कहा- अपने खास को कोविड वार्ड में नहीं लगा रहे ड्यूटी
सूत्रों की मानें तो डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर बाहरी समिति जांच की मांग की है.
कोरोना के बढ़ते संकट के बीच अस्पतालों में कोरोना वार्ड में ड्यूटी लगाने का मुद्दा दिन प्रति दिन गर्माता जा रहा है. केजीएमयू के ही डॉक्टरों का आरोप है कि सीनियर्स अपने खास डॉक्टरों की ड्यूटी को कोविड वार्ड में नहीं लगा रहे. इस मामले में कुछ डॉक्टर्स का कहना है कि कम आयु वालों को कोविड वार्ड में ड्यूटी पर नहीं लगाया जा रहा. सूत्रों की मानें तो डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर बाहरी समिति जांच की मांग की है.
गौरतलब है कि भाजपा सांसद कौशल किशोर ने कुछ दिन पूर्व सीएम को पत्र लिखा था और उस में इस बात का जिक्र किया था कि केजीएमयू के सीनियर डॉक्टर ड्यूटी नहीं कर रहे हैं. बता दें कि केजीएमयू में लगभग 1000 कोविड बेड संचालित किए जा रहे हैं.
इसमें डॉक्टर्स की कई टीमें काम करती हैं, जिसमें सीनियर, जूनियर और रेजिडेंट डॉक्टर होते हैं. आरोप लगातार यह लगते आ रहे हैं कि कई ऐसे डॉक्टर हैं, जिन्होंने कोरोना की पहली लहर से लेकर दूसरी लहर तक कोविड वार्ड में ड्यूटी नहीं की है.
कुछ दिन पूर्व ठीक ऐसा ही मुद्दा लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भी उठा था पर अभी तक किसी भी मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई. हालांकि, केजीएमयू पीआरओ सुधीर सिंह ने आज तक को बताया कि अगर कोई ऐसा पत्र लिखा गया है तो उनके संज्ञान में नहीं है.
उन्होंने बताया कि केजीएमयू में इस तरह के हालात नहीं हैं. सभी डॉक्टर्स की ड्यूटी रोस्टर के मुताबिक लगाई जाती है. उन्होंने कहा कि कुछ डॉक्टर्स की ड्यूटी पिछली बार वार्ड में नहीं लग पाई थी. उनकी अब लग रही है तो वहीं जिनकी पिछली बार लगी थी उनकी बाद में लग रही.