दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में तेजी आई है. यहां संक्रमण दर 10 फीसदी के पार पहुंच गई है. इस बीच दिल्ली सरकार ने किसी भी स्थिति से निपटने का दावा किया. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कोरोना, इन्फ्लूएंजा या फ्लू के लक्षण दिखने पर लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज दोपहर 12 बजे स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक करेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जल्द पहचान की आवश्यकता पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने वायरस के किसी भी लक्षण का पता लगाने के लिए दिल्ली में किए जा रहे दैनिक सीवेज टेस्टिंग के बारे में जानकारी दी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "हम पिछले दो-तीन हफ्ते से दिल्ली में सीवेज की जांच कर रहे हैं और हमें कोरोना के लक्षण मिल रहे हैं. वायरस के प्रसार को रोकने के लिए शुरुआती पहचान महत्वपूर्ण है और हम किसी भी संभावित प्रकोप का पता लगाने के अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं."
इस दौरान भारद्वाज ने केंद्र सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का भी हवाला दिया, जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में कोविड के बढ़ते मामलों के बारे में बताया गया है. उन्होंने कहा कि मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों में वायरस फैलने का एक पैटर्न है. महाराष्ट्र में कोविड के मामलों में उछाल के कुछ हफ्तों बाद ही दिल्ली में अकसर मामले बढ़ जाते हैं. दरअसल दोनों ही शहर इंटरनेशनल ट्रेवल के प्रमुख सेंटर हैं. इसलिए सौरभ भारद्वाज ने नागरिकों से अपील की है कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए कोविड-19 दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन करें. इस दौरान उन्होंने बताया कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ इमरजेंसी बैठक की गई. बैठक में वायरोलॉजिस्ट, महामारी विशेषज्ञ, स्वास्थ्य सेवा के अधिरी शामिल थे. कोरोना मामलों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है. जरूरत पड़ने पर अस्पतालों में कोविड-19 बेडों की संख्या को बढ़ा सकते हैं, जैसा कि कोरोना की पिछली लहर के दौरान किया गया था.