धर्मांतरण वायरल वीडियो, IAS इफ्तिखारुद्दीन का आया ये बयान

Update: 2021-10-08 06:34 GMT

कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में अवैध धर्मांतरण (illegal Religious Conversion) से जुड़े वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद एसआईटी अपनी जांच कर रही है. इस बीच कानपुर के पूर्व मंडल आयुक्त वर्तमान में राज्य परिवहन निगम के चेयरमैन मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन (Mohammad Iftikharuddin) ने माना है कि वायरल वीडियो उनके सरकारी आवास के ही हैं. एसआईटी की पूछताछ में आईएएस ने वीडियो उनके कानपुर पोस्टिंग के दौरान सरकारी आवास के होने की बात को स्वीकारा है. उन्होंने यह भी कहा है कि यह वीडियो रमजान के हैं.

सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान वे धर्म परिवर्तन से संबंधित किसी भी बात पर कोई जवाब नहीं दे रहे थे और बार-बार इंकार कर रहे थे. एसआईटी ने वायरल वीडियो में कही जा रही धार्मिक बातों का परीक्षण भी किया है. जल्द ही एसआईटी अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपने की तैयारी में है. महानिदेशक, सीबीसीआईडी जीएल मीना की अध्यक्षता में गठित 2 सदस्यीय एसआईटी ने बुधवार को आईएएस से लंबी पूछताछ की थी. इसके बाद गुरुवार शाम करीब 4:00 बजे उनसे पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ. इफ्तिखरुद्दीन की पत्नी व परिवार के दो अन्य सदस्य भी उनके साथ थे. सीबीसीआईडी मुख्यालय में उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए.
एसआईटी में शामिल एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर ने आईएएस से वायरल वीडियो व उनकी किताबों को लेकर सिलसिलेवार पूछताछ की है. खासकर यह जानने का प्रयास किया गया कि वीडियो में नजर आ रहे हैं, अन्य लोग कौन हैं? और उनका इफ्तिखारुद्दीन से कब से जुड़ाव है? कानपुर मंडल आयुक्त के सरकारी आवास पर हुए धार्मिक आयोजन में किस तरह की बातें की गई थीं? ऐसे तमाम सवाल पूछे गए.
एसआईटी की पूछताछ के दौरान 80 वीडियो दिखाए गए और सवाल किए गए. एसआईटी ने 4 दिनों तक कानपुर में रुककर विवादित वीडियो जुटाए थे. करीब 30 लोगों से पूछताछ हुई, जिसमें मंडल कार्यालय व आवास के कर्मचारी भी शामिल थे.


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