एमपी। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली भोपाल से लोकसभा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने बलात्कार के एक मामले में विवादित बयान दिया है. एक कार्यक्रम के दौरान रेलवे अधिकारी के कृत्य को गलत बताते समय सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने पीड़िता पर भी सवाल खड़े कर दिए. बता दें कि हाल ही में एक महिला रेलकर्मी ने रेलवे के ADRM गौरव सिंह पर रेप का आरोप लगाया था. महिला का आरोप था कि रेलवे में अनुकंपा नियुक्ति दिलाने के नाम पर ADRM ने उससे संबंध बनाए. इतना ही नहीं, नौकरी लगने के बाद भी वह लगातार दुष्कर्म करता रहा.
वहीं ऑल इंडिया ट्रेन कंट्रोलर एसोसिएशन के कार्यक्रम में 21 मई को सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह भी पहुंची थीं. यहां उन्होंने ADRM के अपराध से जुड़ी जानकारी मंच से ही DRM से मांगी. साथ ही कर्मस्थल पर प्रताड़ना को गलत बताया. लेकिन इसी दौरान उन्होंने यह भी कहा कि लालच में आकर महिला को ऐसा नहीं करना चाहिए था.
सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि गौरव सिंह ने अपनी सहकर्मी को लालच देकर उनका शोषण किया. लेकिन कहीं ना कहीं उस महिला की भी गलती है. एक-डेढ़ साल बाद आप शिकायत कर रहे हो. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह गलत है. पुरुष होने का किसी को दंड नहीं मिलना चाहिए. हालांकि मैंने जानकारी ली है कि शादी के बाद भी ADRM महिला को प्रताड़ित कर रहा था. महिला ने आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद यह केस खुला.
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि मैं एक ही बात कहती हूं कि महिलाओं को मोदी जी के शासन में किसी भी प्रकार की दिक्कत है तो मैं भोपाल में हूं, मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है. ऐसे मामलों में कठोर निर्णय लिए गए हैं.
इसमें महिला की भी गलती है. अनुकंपा नियुक्ति आपका अधिकार था. आप डीआरएम के पास जाते, आप अधिकारियों के पास जाते, जनप्रतिनिधियों के पास जाते कि हमें डिपार्टमेंट से इस तरह का लालच दिया जा रहा है.सांसद ने कहा कि हम जिस संस्था में काम करते हैं, वह हमारी माता के सामान है. जब हम स्नेह के साथ अपनी संस्था के लिए काम करते हैं तो हमें भी उसका स्नेह उतना ही मिलता है. ऐसे में मां बदनाम न हो, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए.