फतेहपुर। खनन माफियाओं के लिए लाल सोने की लूट का मुफ़ीद अड्डा बना यूपी का फतेहपुर जिला योगी सरकार के लिए चुनौती बन गया है. मुख्यमंत्री योगी के संज्ञान लेने के बावजूद ज़िले की मौरंग खदानों में नियम विरुद्ध हो रहा खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है.सीएम योगी की सख़्ती के बावजूद बालू माफियाओं के बढ़े हुए मंसूबों ने सरकार की किरकिरी करा रखी है. हाल ही में फतेहपुर की कोर्रा कनक कम्पोजिट खदान का सोशल मीडिया में वायरल हुआ जलधारा से अवैध खनन का वीडियो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी अपने ट्विटर एकाउंट से शेयर कर योगी सरकार पर हमला बोला था.
जिसके बाद डीएम ने जांच के लिए टीम गठित की थी, जलधारा से मौरंग निकाले जाने की पुष्टि हुई, औऱ 5 लाख का जुर्माना खनन अधिकारी ने लगाया. लेकिन बावजूद इसके खदान में जलधारा से मौरंग निकालने का सिलसिला जारी है. असोथर थाना क्षेत्र के रामनगर कौहन मोरंग खदान में भी अवैध खनन का दौर जारी है. माफिया नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से अवैध खनन कराने में जुटे हैं. सूत्र बताते हैं कि जिम्मेदार अधिकारी सबकुछ जानते हुए अंजान बने हुए हैं. जिसके पीछे की वजह सबकी हिस्सेदारी है. उल्लेखनीय है कि ज़िले में मची लाल सोने की लूट की शिकायत केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी शासन स्तर पर कर चुकी हैं. लेकिन खदान संचालको पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है.