कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने PM मोदी को लिखा पत्र, दिए 6 सुझाव
देश में कोरोना वायरस संकट को लेकर कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है।
देश में कोरोना वायरस संकट को लेकर कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। खड़गे ने पीएम को लिखे पत्र में छह सुझाव भी दिए हैं। इसके साथ-साथ खड़गे ने अपने पत्र में केंद्र सरकार से एक सर्वदलीय बैठक और संसद की स्थायी समितियों की वर्चुअली बैठक बुलाने की मांग की है।
खड़गे ने मोदी सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि देश के सभी नागरिकों को निशुल्क कोरोना वैक्सीन सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बजय में आवंटित 35000 करोड़ रुपए का उपयोग किया जाए। इसके साथ-साथ वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए भी अनिवार्य लाइसेंस का फायदा उठाया जाए।
मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रधानमंत्री को सुझाव
1- आम बजट में कोरोना वायरस महामारी के लिए आवंटित 35000 करोड़ रुपए का इस्तेमाल करके लोगों को फ्री में वैक्सीन की दी जाए।
2- महामारी पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और संसद की स्थायी कमेटियों की भी वर्चुअली बैठक हो।
3- वैक्सीन के प्रोडक्शन बढ़ाने को लेकर अनिवार्य लाइसेंसिंग में छूट के साथ-साथ जीवनरक्षक दवाओं, मेडिकल सामग्री और वैक्सीन पर से जीएसटी हटाई जाए।
4- मनरेगा के तहत रोजगार को बढ़ाकर 200 दिन किया जाए। ताकि शहरों से गांव की ओर जाने वाले लोगों को जीवनयापन के लिए मदद मिलेगी।
5- विदेशों से आ रही मेडिकल से जुड़ी राहत सामग्री के वितरण में तेजी लाई जाए। राज्यों तक जल्द से जल्द पहुंचाया जाए।
6- कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार अपनी सामूहिक ताकत का फायदा उठाए। कोरोना जैसी महामारी से प्रधानमंत्री कार्यालय अकेले नहीं निपट सकता है। सभी संसाधनों का उपयोग सामूहिक तौर पर किया जाए।
बता दें कि भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 4,03,738 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,22,96,414 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 4,092 और मरीजों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,42,362 हो गई। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार बढ़कर 37,36,648 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.76 प्रतिशत है, जबकि संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर 82.15 प्रतिशत है।