- जी-23: बैठक के बाद सोनिया गांधी ने खुद संभाला मोर्चा
- महाराष्ट्र का महासंग्राम शुरू - महाराष्ट्र में भी 8 से 10 विधायक पार्टी छोडऩे का मन बना चुके हैं। ये विधायक भारतीय जनता पार्टी और एनसीपी के संपर्क में हैं। एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर जनता से रिश्ता को बताया कि तत्काल आलाकमान ने संज्ञान में लेकर इस पर कार्रवाई नहीं की तो महाराष्ट्र में अघाड़ी सरकार अप्रैल के मध्य तक गिर सकती है। वहीं दूसरी ओर आलाकमान कांग्रेस के पुराने और कर्मठ-निष्ठावान नेताओं के समूह को महाराष्ट्र और गुजरात भेज सकता है। मुकुल वासनिक, तारीक अनवर, डॉ. उदित राज, इमरान किदवई, अविनाश पांडेय और अरविंद नेताम जैसे नेताओं का प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस के विधायकों से बातचीत करने महाराष्ट्र और गुजरात जा सकते हैं। हालांकि आलाकमान ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं सूत्रों से जो जानकारी प्राप्त हुई है इसके अनुसार आलाकमान को दोनों राज्यों में हो रही उथलपुथल की हर पल की जानकारी वहां के विश्वसनीय सलाहकार दे रहे हैं। आने वाले 10 से 15 दिनों में राजनीतिक उठा पटक और खिंचातानी देखने को मिलेगी।
नई दिल्ली (ए/नेट डेस्क)। कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं की नाराजगी खत्म हो सकती है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद असंतुष्ट नेताओं की एक के बाद एक बैठक और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से असंतुष्ट नेताओं की मुलाकात से इन अटकलों को बल मिला है। पार्टी असंतुष्ट नेताओं की नाराजगी को दूर कर सामूहिक नेतृत्व की पहल कर सकती है। होली के त्यौहार पर रंगों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। करीब डेढ़ घंटे चली इस मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि पार्टी शीर्ष नेतृत्व और असंतुष्ट नेता किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं। आजाद से एक दिन पहले वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की थी। हुड्डा भी असंतुष्ट नेताओं में शामिल हैं।
पार्टी सूत्रों का मुताबिक, असंतुष्ट नेता लगातार सामूहिक नेतृत्व की मांग उठा रहे हैं। आजाद के घर पर हुई असंतुष्ट नेताओं की बैठक के बाद भी जो बयान जारी किया गया था, उसमें सामूहिक नेतृत्व की बात कहीं कई थी। ऐसे में अहम मुद्दों पर पार्टी अध्यक्ष को राय देने के लिए कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं की एक समिति गठित कर सकती है। इस समिति में असंतुष्ट नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मनाने के लिए पार्टी उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा या उनके किसी समर्थक को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकती है। हुड्डा और उनके समर्थक काफी दिनों से प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए पार्टी नेतृत्व पर दबाव डालते रहे हैं। ऐसी स्थिति मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा को राज्यसभा भेजा जा सकता है। विधायक दल का नेता कुलदीप विश्नोई बन सकते हैं। इसी तरह पार्टी आजाद को राज्यसभा भेजने पर विचार कर रही है। अगले कुछ माह में कई और राज्यों में राज्यसभा के चुनाव होने है। पार्टी इनमें से किसी एक राज्य से आजाद को उम्मीदवार बना सकती है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि असंतुष्ट नेताओं को मनाने के लिए पार्टी फॉर्मूले पर अमल कर रही है। पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उम्मीद है कि विवाद को जल्द सुलझा लिया जाएगा।
हमारे सुझावों पर सोनिया गांधी विचारशील-आजाद : गुलाम नबी आजाद ने जी-23 नेताओं के सुझावों को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से 18 मार्च को मुलाकात की थी. एक टीवी चैनल से फोन पर हुई बातचीत में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए संगठन में बदलाव को लेकर हमारे (जी-23) सुझावों पर सोनिया गांधी विचारशील हैं। सोनिया गांधी भी चाहती हैं कि कांग्रेस का संगठन मजबूत होना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में रहकर ही इसे मजबूत करने की बात करेंगे, पार्टी में विभाजन जैसी कोई बात नहीं है. सोनिया गांधी के नेतृत्व पर भी कोई विवाद नहीं है, नेतृत्व का मसला चुनाव के वक्त देखा जाएगा।
हमारी (जी 23 नेताओं की बैठकें) बैठकें लगातार चलती रहती हैं, आगे भी चलती रहेंगी. इससे पहले कहा गया कि जी-23 के सदस्यों ने राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा खो दिया है. पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद आजाद ने कहा था कि वह उस पार्टी को ऐसे दम तोड़ते हुए नहीं देख सकते, जिसको उन्होंने अपना आधा से ज्यादा जीवन और पूरी जवानी दे दी हो.
गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकती है भाजपा!
भारतीय जनता पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकती है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार ने दावा किया है कि भाजपा गुजरात में कांग्रेस के विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि इस बात की जानकारी कांग्रेस नेतृत्व को भी दे दी गई है। गुजरात में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। सिरोही सीट से विधायक संयम लोढ़ा ने शुक्रवार को ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने कांग्रेस को सतर्क रहने के लिए कहा था। उन्होंने लिखा था, गुजरात विधानसभा चुनाव 2022, भाजपा कांग्रेस के दस विधायको पर डोरे डाल रही है। स्वस्थ रहें, सतर्क रहें। उन्होंने ट्वीट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा को भी टैग किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लोढ़ा ने कहा, मैंने कांग्रेस को चेताया है। मुझे इसके बारे में जानकारी मिली है और इसलिए मैंने पार्टी को जानकारी दी है। मैंने रघु शर्मा को 20 दिन पहले बताया था... उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं की गई, तो मैंने अलर्ट करने के लिए पार्टी आला कमान को टैग किया। उन्होंने कहा, अगर आप नींद में रहेंगे, तो ऐसा होना तय है। हम भाजपा विरोधी हैं और चिंता जाहिर करना हमारी जिम्मेदारी है गुजरात में साल 2020 में हुए राज्यसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस के 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और बाद में भाजपा का दामन थाम लिया था। हाल ही में कांग्रेस के 5 पूर्व विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। फिलहाल, राज्य में कांग्रेस विधायकों की संख्या 65 है।
राहुल गांधी ने कसा तंज- नफरत के सूचकांक में जल्द टॉप पर होंगे
संयुक्त राष्ट्र की वल्र्ड हैपीनेस रिपोर्ट में लगातार पांचवें साल फिनलैंड दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की रैंकिंग में सबसे ऊपर है। बेशक भारत की रैकिंग में सुधार हुआ है। लेकिन, वह अब भी बहुत नीचे है। वल्र्ड हैपीनेस इंडेक्स में शामिल कुल 146 देशों में वह 136वें पायदान पर है। पिछले साल के मुकाबले भारत की रैकिंग में तीन पायदान का सुधार हुआ है। हमसे नीचे जिम्बाब्वे, रवांडा और अफगानिस्तान जैसे देश हैं। इस सूचकांक में पाकिस्तान भी हमसे ऊपर 121वें स्थान पर है। रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि नफरत और गुस्से के चार्ट में जल्द हम टॉप पर हो सकते हैं। कांग्रेस नेता ने हंगर रैंक और फ्रीडम रैंक का भी जिक्र किया। वल्र्ड हैपीनेस रिपोर्ट के 10वें एडिशन के अनुसार, इस साल के इंडेक्स में कुल 146 देशों को स्थान दिया गया था। यह रिपोर्ट 18 मार्च को जारी हुई थी। यूनाइटेड नेशन्स सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क इस रिपोर्ट को प्रकाशित करता है। इसमें खुशी के एहसास, जीडीपी के लेवल, जीवन प्रत्याशा, जीवन विकल्प चुनने की आजादी, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा जैसे कारकों पर रैंक दी जाती है। इस साल की हैपीनेस रैंकिंग में भारत 3 पायदान ऊपर चढ़ा है। पिछली बार की रिपोर्ट में वह 139वें पायदान पर था। खुशहाल देशों की लिस्ट में फिनलैंड टॉप पर है। इसके बाद डेनमार्क, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और नीदरलैंड्स का नंबर है। सबसे निचले पायदान पर अफगानिस्तान है। फिर लेबनान, रवांडा बोत्सवाना और लेसोथो हैं। इस रिपोर्ट ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया। रिपोर्ट आने के बाद राहुल गांधी ने ट्विट किया। उन्होंने रिपोर्ट का जिक्र करते हुए लिखा, हंगर रैंक 101, फ्रीडम रैंक 119, हैपीनेस रैंक 136... जल्द हेट और एंगर (नफरत और गुस्से) के चार्टों में हम टॉप पर हो सकते हैं। उन्होंने अपने ट्विट के साथ वल्र्ड हैपीनेस रिपोर्ट 2022 का चार्ट भी शेयर किया।
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद असंतुष्ट गुट G-23 का मामला अभी शांत नहीं हुआ है कि अब दक्षिण भारत में भी कांग्रेस खेमे में गुटबाजी शुरू हो गई है. केरल में राज्यसभा के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद दो कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. केरल कांग्रेस की महिला विंग की प्रमुख जेबी मैथर के राज्यसभा के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद केरल कांग्रेस के सीनियर नेता केवी थॉमस के बेटे बीजू थॉमस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी कार्यकर्ताओं को तीखी प्रतिक्रिया दी.
राज्यसभा सीट से जेबी मैथर का नाम जुड़ते ही पार्टी का वर्ग केवी थॉमस के खिलाफ हो गया. इसके बाद बीजू थॉमस ने कहा कि पार्टी नेतृत्व संकट का सामना कर रही है. उन्होंने कहा कि जेबी मैथर को राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद पार्टी के विभिन्न वर्गों में नाराजगी है. बीजू थॉमस ने तंज कसते हुए कहा कि जेबी मैथर जैसे लोग पार्टी के अंदर विभिन्न पदों पर हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें पर्याप्त नेताओं की कमी है.
बीजू थॉमस ने कहा कि महिला कांग्रेस सदस्य मैथर ने लिखा था कि पार्टी को बचाने के लिए मेरे पिता को मार दिया जाना चाहिए. इस बयान से हम सभी को दुख हुआ है.
बीजू थॉमस यह भी पूछते हैं कि क्या पार्टी की संस्कृति एक निश्चित उम्र पार करने के बाद सीनियर नेताओं को मारना है. वह आगे कहते हैं कि पार्टी के अंदर उनके पिता की उम्र या उससे अधिक उम्र के कई लोग हैं. इस बीच केवी थॉमस ने भी अपने बेटे के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये उनके बेटे की अपनी निजी राय है. उन्होंने कहा, "हम अपनी राय रखने वाले परिवार हैं. बीजू थॉमस ने अपनी राय व्यक्त की. मैं हमेशा एक कांग्रेस कार्यकर्ता रहूंगा जो पार्टी के फैसलों का पालन करेगा.
बता दें कि कांग्रेस के सीनियर नेता एके एंटनी, माकपा के नेता के सोमप्रसाद और एलजेडी के नेता एमवी श्रेयंस कुमार का कार्यकाल दो अप्रैल को पूरा हो रहा है. इसके बाद राज्य की तीन राज्यसभा सीटें खाली हो जाएंगी. इन तीनों सीटों पर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 मार्च है.