CM मान के अकेले चुनाव लड़ने को लेकर दिए बयान के बाद इंडिया गठबंधन को लेकर बढ़ा असमंजस
लुधियाना। एक तरफ जहां भाजपा के खिलाफ विरोधी पार्टियों द्वारा नेशनल लेवल पर लामबंद होने की कवायद पूरे जोरों पर चल रही है। वहीं, पंजाब में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के नेताओं के सूर बिल्कुल अलग देखने को मिल रहें हैं। जिसके तहत नेता विपक्ष प्रताप बाजवा व पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वडिंग द्वारा आप के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लडने की संभावनाओं को लगातार खारिज किया जा है। इसी बीच मुखयमंत्री भगवंत मान द्वारा आप के अकेले चुनाव लडने व जीतने में सक्ष्म होने संबंधी ब्यान देने के बाद इंडिया गठबंधन को लेकर असमंजस बढ़ गया है। सीएम मान बुधवार को लुधियाना में गाजियाबाद तक फलाइट शुरू करने के मौके पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस व आप के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पुछे गए सवाल के जबाव में कहा कि यह समय आने पर ही साफ होगा कि कया स्थिति पैदा होती है।लेकिन साथ ही सीएम मान ने यह भी कहा कि आप को पंजाब में भारी जनादेश मिला है और दिलली में लगातार तीन बार सरकार बनाई है। जिससे साफ हो गया है कि आप के अकेले चुनाव लडने व जीतने में सक्ष्म है।इसका सुबूत यह है कि गुजरात में आप को 13 फीसदी वोट मिले हैं और यह देश में सबसे कम समय में नेशनल पार्टी बन गई है। जिसे राजस्थान, छतीसगढ, हरियाणा व मध्य प्रदेश के चुनावों में भी भारी जनसर्मथन मिल रहा है। सीएम मान ने देश का नाम बदलने की कोशिशों को लेकर भाजपा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि पहले ट्रेनों व शहरों के नाम बदले जाते थे। लेकिन अब शायद किसी ज्योतिषी ने देश का नाम बदलने की सलाह दे दी है, जो आने वाले दिनों में साफ होगा कि देश का नया नाम कायम रखा जाएगा।