मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और सदगुरु के खिलाफ शिकायत, असम CM ने कही ये बात

Update: 2022-09-26 05:22 GMT
 न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
गुवाहाटी: असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में रात में जीप सवारी करने को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और सदगुरु सवालों के घेरे में हैं। इनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण कानून का उल्लंघन करने के आरोप में पुलिस में शिकायत की गई है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि गोलाघाट जिले के बोकाखाट थाने में राष्ट्रीय उद्यान के किनारे स्थित गांवों के निवासियों ने अंधेरे में जीप सफारी करने पर शिकायत दर्ज करवाई।
असम के सीएम हिमंत ने इस शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, 'ऐसा कोई कानून नहीं है कि लोग रात में नहीं जा सकते हैं। पार्क में रात के 2 बजे भी एंट्री की जा सकती है, अगर वन्यजीव वार्डन इसकी इजाजत देता है।'
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हमने मामले की जांच शुरू कर दी है। चूंकि केएनपी वन विभाग के अंतर्गत आता है, इसलिए हमने उद्यान के संभागीय वन अधिकारी से आरोप की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है। लोगों को आरोप लगाने का अधिकार है और इसी आधार पर जांच की जाएगी।'
शाम के बाद जीप सफारी के आरोप का जिक्र करते हुए अधिकारी ने कहा, 'यह एक आधिकारिक कार्यक्रम था और कभी-कभी, इस तरह के आयोजन थोड़ी देर से चलते हैं। ऐसे में, मुझे नहीं लगता कि हम इसे कानून का उल्लंघन कह सकते हैं।'
नेशनल पार्क के पास मोरोंगियाल और बलिजन गांवों के निवासी सोनेश्वर नारा और प्रबीन पेगू ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि शाम के बाद हेडलाइट्स के साथ जीप सफारी करना वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन है। उन्होंने सदगुरु जगदीश जग्गी वासुदेव, शर्मा, राज्य के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ और अन्य की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, जो जीप सफारी का हिस्सा थे।
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