नई पोस्टिंग के चंद घंटो बाद कलेक्टर का फिर हुआ ट्रांसफर, जानें क्यों?

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Update: 2021-05-07 16:27 GMT

भोपाल। दमोह उपचुनाव नतीजों के 5 दिन बाद ही सरकार ने दमोह कलेक्टर  बदल दिया. लेकिन खास बात ये रही कि जिस अधिकारी को दमोह का नया कलेक्टर बनाया गया वो 5 घण्टे तक भी दमोह कलेक्टर नहीं रह पाए और फिर दमोह को एक नया कलेक्टर मिल गया. सरकार ने चंद घंटों में ही अपना आदेश बदल दिया. शुक्रवार को राज्य सरकार ने 5 आईएएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए. इनमें दमोह के मौजूदा कलेक्टर तरुण राठी का भी नाम शामिल था. राठी को दमोह कलेक्टर के पद से हटाकर मंत्रालय में उप सचिव बनाया गया. उनकी जगह अनूप कुमार सिंह को दमोह का नया कलेक्टर बनाया गया था. लेकिन राज्य सरकार ने इस आदेश में कुछ घण्टो के भीतर ही संशोधन करते हुए अनूप कुमार सिंह का दमोह कलेक्टर के पद पर तबादला आदेश रद्द कर दिया. उनकी जगह अब एस कृष्ण चैतन्य को दमोह का नया कलेक्टर बनाया गया है.

दमोह कलेक्टर का तबादला आदेश जारी होने के तुरंत बाद ही इस पर सियासत भी शुरू हो गयी. कांग्रेस ने दमोह कलेक्टर के तबादले पर सवाल उठाते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने अपने बयान में कहा भाजपा में दमोह उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार के बाद से ही बयानों की बाढ़ आ गयी थी. कौन जयचंद, कौन षड्यंत्रकारी, ढूँढा जा रहा है. और इन सब के बीच आज कलेक्टर दमोह पर गाज गिरा दी गयी ? अबकी बार प्रशासन के भरोसे भाजपा सरकार ? वहीं कांग्रेस के इन आरोपों पर जवाब देते हुए बीजेपी ने अधिकारियों के तबादलों को प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा बताया है. बीजेपी ने कहा- 5 आईएएस अधिकारियों के तबादले में कांग्रेस को सिर्फ दमोह कलेक्टर ही नज़र आ रहे हैं.

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