राजसमंद। राजसमंद में कोबरा सांप ने एक बच्चे को पैर में दो बार काट लिया। बच्चे की हालत गंभीर है। बच्चे को आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा है। मामला राजसमंद के नाथद्वारा क्षेत्र के नाथूवास के पास डिंगेला गांव का है। बच्चे के पिता सोहन लाल गमेती ने बताया- रविवार रात 11 बजे मेरे बेटे पवन (12) को कोबरा सांप ने पैर पर डस लिया। पवन घर के ही एक हिस्से में तार पर पड़े रहे कपड़े उतारने गया था। वहां छुपे कोबरा ने उसके पैर पर दो बार काटा। घायल पवन को नाथद्वारा के सरकारी हॉस्पिटल लेकर गए जहां उसे भर्ती कर लिया गया। हालत गंभीर होने पर उसको आईसीयू वार्ड में भर्ती किया है। जहां तबीयत बिगड़ी तो वैंटिलेटर पर ले लिया। इस घटना के 4 घंटे बाद कोबरा सांप घर में दिखा। हम डर गए।
हमने सांप पर नजर बनाए रखी और पीपरडा के स्नेक कैचर नवीन गहलोत को सूचना दी। रात 3.30 बजे नवीन डिंगेला गांव पहुंचे। कोबरा सीढ़ियों के नीचे छिपा था। नवीन ने सांप को रेस्क्यू कर लिया। हालांकि उसने 3-4 बार नवीन पर अटैक करने का प्रयास किया। सांप पकड़े जाने के बाद परिजन उसे डिब्बे में बंद कर नाथद्वारा हॉस्पिटल ले गए। उन्होंने डॉक्टर को सांप दिखाया। इसके बाद सांप को जंगल में छोड़ दिया गया। पीड़ित बच्चा पवन 7वीं क्लास का स्टूडेंट है। वह पांच बहनों का इकलौता भाई और सबसे छोटा है। स्नेक कैचर नवीन गहलोत ने बताया- 5 फीट लम्बा कोबरा गुस्से में था। उसने कई बार अटैक किया।
मैंने अभी तक 3500 से ज्यादा सांप पकड़े हैं, लेकिन इस बार के रेस्क्यू में सांप गुस्सैल था। सांप में न्यूरो टोक्सिस जहर होता है। बच्चे को किस प्रजाति के सांप ने काटा इसकी पुष्टि के लिए डॉक्टर को हॉस्पिटल ले जाकर सांप दिखाया। डॉक्टर भी आश्वस्त हो गए। हालांकि डॉक्टरों ने प्रारंभिक लक्षणों के आधार पर पवन का इलाज शुरू कर दिया था। बच्चे की बहनों ने जब मुलकी बाई (80) को बताया कि सांप को पकड़ लिया गया है, तो उन्होंने जीव दया दिखाते हुए कहा कि सांप को मारना मत। पहले डॉक्टर साहब को दिखाओ, उसके बाद जंगल में छोड़ देना, सांप को मारना मत।