Solan. सोलन। विपक्षी नेता केवल प्रदेश की भोली-भाली जनता को गुमराह करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। वे बयानबाजी कर केवल सुर्खियों में बना रहना चाहते हैं। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को अपने सोलन जिला के प्रवास के दौरान कही। वह प्रतिष्ठित पाइनग्रोव स्कूल धर्मपुर के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित होने के उपरांत मीडिया से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पदों को खत्म नहीं कर रही है, बल्कि विभिन्न विभागों में जो पद दो वर्ष या उससे अधिक समय से भरे नहीं गए हैं, उनके बदले में नए पद सृजित कर रही है और इसके लिए विभागों से पोस्ट भेजने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि पहले विभागों में टाइपिस्ट क्लर्क की पोस्ट होती थी, जिसे वर्तमान को देखते हुए जेओए आईटी से बदला जा रहा है। प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न विभागों व कॉरपोरेशन में 20 हजार पद भरे हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष केवल सुर्खियों में रहने और लोगों को गुमराह करने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं।
वह स्वयं मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उन्हें सारी स्थिति का ज्ञान है। बिजली बोर्ड कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले धरना-प्रदर्शन पर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी हमारे परिवार के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड को अपने पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा। सरकार बोर्ड को 2200 करोड़ रुपए की सबसिडी देती है और सरकार यह पैसा प्रदेश के किसानों पर भी खर्च कर सकती है। उन्होंने कहा कि अढ़ाई रुपए प्रति यूनिट का खर्चा बिजली बोर्ड के कर्मचारियों व पेंशनरों की सैलरी और पेंशन में चला जाता है। उसके बाद आम लोगों को सबसिडी दी जा रही है और फिर सरकार भी अनुदान देती है। इसलिए बिजली बोर्ड के कर्मचारियों व अधिकारियों भी हमारे परिवार के सदस्य हैं और उन्हें सोचना चाहिए कि पोस्टें बढ़ाकर फायदा है या फिर बोर्ड को अपने पैरों पर खड़ा होने में फायदा है। प्रदेश सरकार उनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करेगी। सरकार कब तक बिजली के रेट बढ़ाकर आम जनता पर बोझ डालती रहेगी। सरकार कब तक अनुदान देती रहेगी। अगर इस अनुदान को किसानों व ग्रामीण व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर लगाया जाए, तो वह ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।