शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ वाटर सैस एवं द्विपक्षीय मुद्दों को लेकर अमृतसर में बैठक की। इस दौरान विशिष्ट जनों के बीच विकासात्मक कार्यों को लेकर चर्चा हुई। पंजाब के मुख्यमंत्री से मुलाकात के अलावा मुख्यमंत्री स्वर्ण मंदिर, दुर्गियाना मंदिर, जलियांवाला बाग व संग्रहालय देखने भी पहुंचे।
उन्होंने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में शीश नवाने के अवसर पर कहा कि समूचे विश्व में हरमंदिर साहिब तथा श्री दरबार साहिब के नाम से विख्यात है, जहां देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की ओर से मुख्यमंत्री का हरमंदिर साहब में स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने पंजाब के सीमांत जिला अमृतसर के सुप्रसिद्ध दुर्गियाना मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
सीएम ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले असंख्य सेनानियों को कृतज्ञ प्रदेश वासियों की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा भारत-पाकिस्तान बंटवारे की दुखद स्मृतियों के प्रतीक विभाजन संग्रहालय (पार्टीशन म्यूजियम) का अवलोकन किया।
उन्होंने अमृतसर में निवास कर रहे हिमाचल के हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा क्षेत्र सहित प्रदेश के अन्य लोगों से भेंट की। मुख्यमंत्री को इस अवसर पर हिमाचली कल्याण सभा के तत्वावधान में अमृतसर में निवास कर रहे नादौन विधानसभा क्षेत्र एवं हिमाचल वासियों की ओर से सभा के सदस्य गौरव शर्मा ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 2 लाख 21 हजार रुपए का चैक भेंट किया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी सरलता और संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं। अमृतसर में उन्हें जानकारी मिली कि कांगड़ा जिला के बैजनाथ के दिव्यांग तिलकराज और पालमपुर के संजय अपने परिजनों के साथ उनसे मिलना चाहते हैं। उन्होंने तत्काल उनसे मुलाकात की और उनकी समस्याएं जानी।