Shimla. शिमला। संगठन के गठन की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने दो तरफा सक्रियता बढ़ा दी है। कांग्रेस हाईकमान से मिले आदेश पर संगठन प्रदेशाध्यक्ष सक्रिय हैं जबकि राज्य सरकार की तरफ से जिलों को मजबूत करने की बागडोर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुद थाम ली है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अब एक-एक कर सभी जिलों की नब्ज टटोल रहे हैं। इन जिलों में संगठन को मजबूत करने और सरकार की तरफ से पूरे किए जाने वाले जनहित के कार्यों को तेजी देने पर चर्चा शुरू हो गई है। दरअसल, मुख्यमंत्री पहले कांग्रेस संगठन के अध्यक्ष रह चुके हैं और अपने अनुभव के आधार पर जिलों में टीम के गठन को लेकर दिग्गज नेताओं से मशविरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले बिलासपुर की मीटिंग की थी और अब उन्होंने मंडी की बैठक बुलाई है। रविवार को मुख्यमंत्री आवास ओकओवर में हुई इस बैठक में मंडी से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लडऩे वाले सभी नेता मौजूद थे। इस मौके पर मंडी में कांग्रेस के नेतृत्व को मजबूत करने पर चर्चा की गई है साथ ही भविष्य के लिए मजबूत नेतृत्व के सुझाव भी संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को दिए हैं।
इस बैठक में मंडी कांग्रेस के सबसे पुराने चेहरे कौल सिंह ठाकुर भी मौजूद थे। गौरतलब है कि मौजूदा विधानसभा में मंडी से कांग्रेस केवल एक ही सीट पर चुनाव जीत पाई है। विधानसभा चुनाव से पहले मंडी लोकसभा की सीट कांग्रेस के पास थी। लेकिन मोदी लहर की वजह से कांग्रेस इस सीट को बचा नहीं पाई। अब मंडी में संगठन की मजबूत नींव को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खासे चिंतित हैं और उन्होंने यही निर्देश भी इस बैठक में बड़े नेताओं को दिए हैं। उन्होंने आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस संगठन को मजबूती से खड़े करने की बात नेताओं से कही है। इसके अलावा मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे नेताओं ने अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्र की व्यथा भी मुख्यमंत्री के सामने रखी है। बीते दो साल से राज्य में कांग्रेस की सरकार का गठन होने के बाद मंडी जिला में जिन कार्यों पर ब्रेक लगी है उनके बारे में इस बैठक के दौरान व्यापक चर्चा की गई है। साथ ही नेताओं ने सुधार के सुझाव भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सामने रखे हैं। इस मौके पर नेरचौक मेडिकल कालेज में चल रही असुविधाओं को दूर करने की बात भी मंडी के नेताओं ने मुख्यमंत्री के सामने रखी है। मुख्यमंत्री ने सभी नेताओं को आश्वासन दिया है कि उनके सुझाव को संगठन के गठन और भविष्य की रणनीति में काम लाया जाएगा। इस मौके पर विधायक चंद्रशेखर भी मौजूद थे।