यूपी। मुरादाबाद में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, छग के सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने जन सभा को संबोधित किया। जन सभा को संबोधित करते प्रियंका गांधी ने कहा - मुरादाबाद पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है। कांग्रेस के समय कारोबारियों को तमाम सुविधाएं दी गई थीं। टैक्स माफ किए जाते थे। आज हालात ये हैं कि जहां 8000 करोड़ का निर्यात होता था, वह 2000 करोड़ तक घट गया है। भाजपा की नीतियों ने आपको बर्बाद किया। नोटबंदी और जीएसटी के जरिये आपकी कमर तोड़ी गई। निर्यातकों और मजदूरों का नुकसान हुआ। यहां पर सारी सुविधाएं होनी चाहिए थी। यहां पर बुनियादी ढांचा और विकसित करना था, लेकिन नहीं हुआ।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा - मुरादाबाद पीतल नगरी है। यहां भी मंदी का असर है। मंदी क्यों है? क्योंकि खरीदारों की जेब में पैसा नहीं है। आम आदमी की जेब में पैसा नहीं है। महंगाई आसमान छू रही है। गैस की कीमत बढ़ गई। खाने के तेल की कीमत बढ़ गई। उपचुनाव में जनता ने महंगाई के खिलाफ बीजेपी को बुरी तरह पराजित किया। दूसरे दिन पेट्रोल डीजल का दाम कम हो गया। यूपी की जनता अपना फैसला दे दे तो महंगाई नीचे आ जाएगी। यूपी की जनता चुनाव में बीजेपी का नशा उतार दे तो चरम पर पहुंच चुकी महंगाई नियंत्रण में आ जाएगी। किसानों को अपशब्द कहते थे। लेकिन किसानों ने इन्हें झुका कर बता दिया है कि झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए। आप अपने मुद्दों पर वोट कीजिए। एक पार्टी जाति पर वोट मांग रही है, एक पार्टी धर्म के नाम पर वोट मांग रही है। हम आपके मुद्दे पर, महंगाई पर, बेरोजगारी पर, किसानों के मुद्दे पर बात करते हैं। ये आप तय कीजिए कि आप किस मुद्दे पर वोट करेंगे। मोदी जी ने गाड़ी में बैठकर योगी जी को पीछे पीछे चलाया। उन्होंने योगी जी के कंधे पर हाथ रखा। क्या वे योगी जी को योगी नहीं मानते? उन्होंने एक संत के कंधे पर हाथ रखकर उनका अपमान किया है। आज छत्तीसगढ़ में 2500 में धान खरीदा जा रहा है। यूपी में ऐसा क्यों नहीं होना चाहिए? हम सत्ता में आएंगे तो धान और गेहूं का 2500 देंगे। गन्ने का 400 रुपये देंगे।
अजय कुमार लल्लू ने कहा - ये भीड़ इस बात का संकेत है: जन जन की है यही पुकार, कांग्रेस पार्टी अबकी बार जिस तरह यूपी में कानून का राज समाप्त हो गया है, यूपी जंगलराज में तब्दील हो गया है, आज यूपी अपराध का पर्याय बन गया है। खाद महंगी, डीजल महंगा, पेट्रोल महंगा.. दस हजार करोड़ गन्ने का बकाया है। हमारा अन्नदाता आज दुखी है। इस आरक्षण विरोधी सरकार ने दलितों और पिछड़ों के अधिकारों पर डाका डाला है। यूपी में टीईटी का पेपर लीक हो गया। इस सरकार में दारोगा भर्ती, शिक्षक भर्ती समेत दर्जनों परीक्षाओं के पेपर लीक हुए। कौन जिम्मेदार है?