City ​​streets -सडक़ों को छलनी कर रहे लोग

Update: 2024-06-26 12:08 GMT
Nahan. नाहन। जिला मुख्यालय नाहन की सडक़ों व गलियों को चमकाने में जहां एक ओर लोक निर्माण विभाग व नगर परिषद हरसंभव प्रयास कर रहा है तो वहीं शहर की सर्कुलर सडक़ व शहर के विभिन्न हिस्सों की गलियों को खोदने में शहर के लोग भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हालत यह है कि एक तरफ नगर परिषद शहर के प्रत्येक वार्ड की गलियों को पक्का करने में लगी है तो दूसरी ओर नाहन शहर की सर्कुलर सडक़ को लोक निर्माण विभाग द्वारा करीब डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की लागत से मैटलिंग की जा रही है। शहर के लोग इस मामले में अपना दायित्त्व नहीं निभा रहे हैं। शहर के लोग्रों द्वारा पीने के पानी के कनेक्शन व सीवरेज लाइन की निकासी के लिए शहर की गलियों व सडक़ों को बिना इजाजत मनमर्जी से छलनी किया जा रहा है। हालत यह है कि हर दिन शहर की गलियों व सडक़ों पर लोग निजी मजदूरों से स्पष्ट
तौर पर पीने के पानी की लाइनों की खुदाई करते नजर आते हैं।
नियम के मुताबिक यदि किसी भी उपभोक्ता को शहर की सडक़ों व गलियों में पेयजल का कनेक्शन लेना है या पेयजल कनेक्शन में बाधा होने के कारण कनेक्शन की जांच खुदाई के माध्यम से करवानी है तो इसके लिए बाकायदा लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति विभाग के साथ नगर परिषद से इजाजत लेना अनिवार्य है। कई मामलों में तो यह भी देखा गया है कि जल शक्ति विभाग के मजदूर भी मौके पर मौजूद नहीं होते हैं। उपभोक्ता द्वारा निजी मजदूर के माध्यम से गलियों व सडक़ों की खुदाई तो कर दी जाती है, परंतु उस खुदाई को वापिस हू-ब-हू रिपेयर नहीं किया जाता है, जिससे खोदे गए गड्ढे में पानी भर जाता है। गौर हो कि नाहन शहर की तमाम गलियां नगर परिषद के अधीन हैं। इसके अलावा दिल्ली गेट से वाल्मीकि नगर बाया गुन्नूघाट की सर्कुलर सडक़ लोक निर्माण विभाग के अधीन है, जबकि वाल्मीकि नगर से दिल्ली गेट तक गोबिंदगढ़ का हिस्सा नेशनल हाई-वे के अधीन आता है। ऐसे में चार अलग-अलग विभाग शहर में इस तरह के कार्य से जुड़े हैं। परंतु शहर के लोग इस मामले में शहर के विकास में सहयोग तो दूर उल्टा अनुमति भी नहीं ले रहे हैं, जिससे शहर की गलियां व सडक़ें मरम्मत के साथ खुदाई कर छलनी की जा रही हैं।
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