CID को मिली पूर्व मुख्यमंत्री की 14 दिन की रिमांड
371 करोड़ रुपये के कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तार हुआ था.
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश की अपराध जांच विभाग (सीआईडी) पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की रिमांड पर जेल भेजा है। उनका कहना है कि उन्हें कुछ चीजें याद नहीं हैं। सीआईडी ने नायडू को शनिवार सुबह 371 करोड़ रुपये के कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तार किया था। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) नेता को रविवार सुबह को विजयवाड़ा में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया। अदालत को सौंपी गई रिमांड रिपोर्ट के अनुसार, मामले में नायडू को आरोपी 37 (ए37) के रूप में नामित किया गया है। न्यायिक हिरासत की मांग करते हुए रिमांड रिपोर्ट में कहा गया कि अधिकारियों ने उन्हें नंदयाल से विजयवाड़ा लाने के लिए हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की थी लेकिन विपक्ष के नेता ने इन्कार कर दिया था।
सड़क मार्ग से लाते समय टीडीपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस काफिले को कई बार रोका, जो उनके पद के आधार पर कानूनी एजेंसियों को डराने की कोशिश है। उनसे इस केस डायरी में साक्ष्य का हिस्सा नोट फाइलों के आधार पर सवाल किए गए लेकिन उन्होंने सभी सवालों पर असहयोग का रुख अपनाया और कहा कि उन्हें तथ्य याद नहीं है। सीआईडी रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि सीआईडी कार्यालय पहुंचने के बाद मध्यस्थों की मौजूदगी में नायडू से अपराधों में उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ की गई। कानूनी सलाहकार से परामर्श करने, अपने परिवार के सदस्यों से मिलने और भोजन तथा जलपान करने के उनके अनुरोध के अनुसार उन्हें ब्रेक दिया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि टीडीपी प्रमुख के भागने का खतरा नहीं है। सीआईडी का आरोप है कि करोड़ों रुपये के कौशल विकास घोटाले में मुख्य लाभार्थी नायडू और उनकी पार्टी टीडीपी है। इस घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता भी पूर्व सीएम ही हैं।