भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर इंदौर में मेट्रो रेल दौड़ने का काउंटडाउन शुरू हो गया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को स्मार्ट सिटी पार्क में मध्य प्रदेश मेट्रो मॉडल का अनावरण किया. इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि एक संकल्प पूरा हो रहा है, सपना साकार हो रहा है. हमने मेट्रो कोच का लोकार्पण किया. भोपाल और इंदौर मेट्रो का ट्रायल रन अगले महीने सितंबर में किया जाएगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल, इंदौर अब रफ्तार के साथ आगे बढ़ेगा. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि मेट्रो को केवल भोपाल सिटी तक सीमित नहीं रखा जाएगा. इसे भोपाल से मंडीदीप और फिर बैरागढ़ होते हुए सीधे सीहोर तक ले जाया जाएगा. सीएम ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश के सफर को एमपी मेट्रो सुलभ बनाएगी. अगले साल अप्रैल-मई तक दोनों शहरों में मेट्रो विधिवत रूप से चलने लगेगी.
भोपाल मेट्रो रेल को जानें
एम्स से करोंद चौराहे तक निर्माणाधीन ऑरेंज लाइन की कुल लंबाई 16.74 किमी है. इसमें अंडरग्राउंड भाग 3.39 किलोमीटर का है बाकि जमीन के ऊपर चलेगी. ऑरेंज लाइन में दो अंडरग्राउंड स्टेशन (भोपाल स्टेशन,नादरा बस स्टैंड) और 14 एलीवेटेड स्टेशन हैं. 14 एलीवेटेड स्टेशनों में एम्स, अल्कापुरी, डीआरएम आफिस, रानी कमलापति, एम पी नगर, बोर्ड आफिस, केंद्रीय विद्यालय, सुभाष नगर, पुल बोगदा, ऐशबाग, सिन्धी कॉलोनी, डीआइजी बंगलों, कृषि उपज मंडी और करोंद चौराहा शामिल हैं. रत्नागिरि तिराहे से भदभदा चौराहे तक मेट्रो रेल की ब्लू लाइन की कुल लंबाई 14.16 किलोमीटर है. इस लाइन में 14 एलीवेटेड स्टेशन बनेंगे, जिनमें हैं-रत्नागिरि तिराहा, पिपलानी, इंद्रपुरी, जेके रोड, गोविंद्पुरा औद्योगिक क्षेत्र, प्रभात पेट्रोल पम्प, पुल बोगदा, लाल परेड ग्राउंड, मिंटो हाल, रोशनपुरा चौराहा, जवाहर चौराहा, डिपो चौराहा और भदभदा चौराहा.
इंदौर मेट्रो रेल को जानें
इंदौर मेट्रो परियोजना के तहत शहर में येलो लाइन का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी लंबाई 31.3 किलोमीटर है. इस लाइन में 8.7 किलोमीटर का अंडरग्राउंड भाग है.येलो लाइन में 21 एलिवेटेड स्टेशन हैं जिनमें हैं- गांधी नगर, सुपर कॉरिडोर-6,5,4,3,2,1, भवर कुआ चौराहा, एमआर-10, आईएसबीटी, चन्द्रगुप्त चौराहा, हीरा नगर, बापट चौराहा, मेघदूत गार्डन, विजय नगर चौराहा, मालवीय नगर चौराहा, शहीद बाग़, खजराना, बंगाली चौराहा, पत्रकार कॉलोनी और पलासिया.
इनके अलावा 7 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं, जिनमें इंदौर रेलवे स्टेशन, राजवाड़ा, छोटा गणपति, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर,-कालानी नगर और एयरपोर्ट शामिल हैं. पहले चरण में गांधी नगर से लेकर सुपर कॉरिडोर -03 तक के 6.0 किलोमीटर के भाग को जून -2024 में सबके लिए मेट्रो की सुविधा देने की योजना है. सितम्बर-2023 में, इस भाग में ट्रेन के ट्रायल्स शुरू होंगे. इसके बाद गांधी नगर से रैडिसन तक के 17.0 किलोमीटर भाग में भी आम जनता के लिए मेट्रो की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी. इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट दिसंबर 2026 पूरा होने की संभावना है.
एमपी मैट्रो, दिल्ली मेट्रो से कितनी अलग?
-ऑटोमैटिक डोर, स्टार्ट-स्टॉप और इमर्जेंसी हैंडलिंग (अन अटेंडेड ट्रेन ऑपरेशन)
-सायबर अटैक और हैकिंग से सुरक्षित
-हर दो मिनट में आने-जाने की फ्रीक्वेंसी
-ब्रैक के साथ ऊर्जा री-जनरेशन तकनीक से ऊर्जा की बचत
-कोच में होगी जर्म कंट्रोल और एयर-फिल्ट्रेशन की तकनीक, साफ हवा मिलेगी
-कोच में लगे होंगे CCTV, AI तकनीक से संचालित होगी
-ऑटोमैटिक ऑब्जेक्ट आइडेंटिफिकेशन (कैमरे करेंगे चेहरों की पहचान)
-ऑटोमैटिक और स्मार्ट लाइट कंट्रोल सिस्टम,
-हाइलेवल पैसेंजर सेफ्टी (HL3 Stansard),
-दिव्यांगों के लिए विशेष व्हील चेयर्स और उनके अनुकूल बैठने का स्थान होगा तय,
-कोच मैंटेनेंस की 15 साल की सेवा गारंटी