Shimla. शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में उतर गए हैं। वह पिछले कल मध्यप्रदेश से वापस दिल्ली पहुंचे थे। पहले दिन उन्होंने कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा के लिए वोट मांगे। मुख्यमंत्री ने एक साथ कई नुक्कड़ सभाएं चुनाव प्रचार के दौरान की। इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी अलका लांबा भी उनके साथ थीं। अलका लांबा इससे पहले हिमाचल विधानसभा के चुनाव प्रचार के लिए शिमला आई थीं। यहां एक महीने से ज्यादा समय अलका लांबा ने चुनाव प्रचार में लगाया था। मुख्यमंत्री 30 जनवरी तक दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार करेंगे और यदि जरूरत महसूस हुई तो 31 को भी वहां रुक सकते हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री उन विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे, जहां हिमाचल के रहने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है। शिमला लौटने के बाद फरवरी के पहले सप्ताह में ही विधायक प्राथमिकता बैठकें मुख्यमंत्री लेंगे और फिर नए बजट पर काम शुरू होगा। गौर हेा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के प्रचार प्रसार का जिम्मा संभालने वाली कांग्रेस की नेत्री अलका लांबा अब दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रही है।
ऐसे में प्रदेश में उनके साथ काम कर चुके नेता दिल्ली में उनके लिए चुनाव प्रचार में उतरे हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी दिल्ली में चुनाव प्रचार में उतरे, तो वहीं उनके साथ प्रदेश के दूसरे नेता भी प्रचार कर रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के को-ऑर्डिनेटर और अलका लांबा के साथ अटैच रहे अनिल गोयल भी इन दिनों कालका जी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वह पिछले करीब एक सप्ताह से चुनाव प्रचार में जुटे हैं और उनका कहना है कि कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी सशक्त है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी को बड़ा नुकसान होगा। क्योंकि पहले कांग्रेस पार्टी यहां पूरी तरह से मैदान में नहीं उतरी थी, मगर अब कांग्रेस ने मोर्चा संभाल लिया है। पूर्व में दिल्ली कांग्रेस का गढ़ रही है और भविष्य में भी ऐसा ही होगा। अनिल गोयल को अखिल भारतीय कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव में भी अहम जिम्मेदारी दी है, जो वहां चुनावी समन्वय का काम देख रहे हैं। पांच फरवरी को दिल्ली में मतदान होना है और आठ फरवरी को रिजल्ट आएगा। श्री गोयल का कहना है कि दिल्ली में कांग्रेस अपनी सरकार बनाएगी और यहां का माहौल कांग्रेस के पक्ष में है।