मुख्यमंत्री ने रथयात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए की उच्चस्तरीय बैठक

Update: 2023-06-18 15:16 GMT
अहमदाबाद। अहमदाबाद में मंगलवार (20 जून) को निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की 146वीं रथयात्रा को लेकर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी और राज्य के उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। शांति, सुरक्षा और किसी प्रकार की अवांछित घटना को रोकने के संबंध में व्यापक रणनीति पर गहन चर्चा की गई। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव कैलाशनाथन, मुख्य सचिव राजकुमार और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मुकेश पुरी समेत पुलिस महानिदेशक विकास सहाय आदि मौजूद रहे। रथयात्रा की प्रशासनिक तैयारियों के संबंध में अहमदाबाद पुलिस आयुक्त प्रेमवीर सिंह ने प्रजेंटेशन किया। इस वर्ष गुजरात में रथयात्रा के दौरान पहली बार समग्र यात्रा रूट, निज मंदिर, स्ट्रेटजिक प्वॉइंट समेत अन्य मामलों पर 3डी मैपिंग से निगरानी रखी जाएगी। मुख्यमंत्री पटेल ने इस तरह का प्रयोग आगामी यात्राओं में भी करने का निर्देश दिया। सोशल मीडिया या फोन आदि के जरिए भी किसी तरह की अफवाह नहीं फैले इसके लिए साइबर क्राइम और क्राइम ब्रांच को सतर्क किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पहचान का आधार साक्ष्य के बिना यदि कोई प्रिपेड सीमकार्ड बेचेगा तो उसके साथ सख्ती बरती जाएगी।
गृह राज्यमंत्री संघवी ने बताया कि अहमदाबाद में 146वीं रथयात्रा व्यवस्थित और हर्षोल्लास के साथ निकालने के लिए सरकार ने सदृढ़ व्यवस्था की है। संघवी ने बताया कि राज्यभर में इस दिन 198 रथयात्रा निकाली जाएगी। अहमदाबाद शहर में मुख्य रथयात्रा के साथ ही अन्य 6 छोटी रथयात्राएं भी अलग-अलग क्षेत्रों में निकाली जाएंगी। इन सभी रथयात्रों में आपसी सौहार्द बना रहे, इसका विशेष ध्यान रखने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है। अहमदाबाद की रथयात्रा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स समेत कुल 26,091 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा 45 सेंसिटिव लोकेशन पर 94 सीसीटीवी कैमरा के जरिए वॉच रखा जाएगा। इसके अलावा 2322 बॉडीवॉर्न कैमरा के साथ जवान, सीसीटीवी एवं जीपीएस से लैस 25 वाहनों से यात्रा की पल-पल की हलचल पर नजर रखी जाएगी। करीब दो महीने से चल रही यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने संतोष जताया है। संघवी ने बताया कि एरिया डोमिनेशन के संबंध में पेट्रोलिंग करने के बाद उस क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी अनुभव कराने के उद्देश्य से 3732 फुट पेट्रोलिंग की गई। 32 उड़ान के जरिए ड्रोन से संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। रथयात्रा के दौरान कोई अन्य अनधिकृत रूप से ड्रोन का उपयोग नहीं कर सकेगा। इसके लिए पहली बार एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। रथयात्रा अच्छे और सुखद माहौल में निकले इसके लिए भी पहले से तैयारी की गई। इसके तहत सर्वधर्म ब्लड डोनेशन कैम्प, क्रिकेट टूर्नामेंट, शांति समिति की बैठक, मोहल्ला समिति की बैठक आयोजित की गई।
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